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एलिजाबेथ शॉर्ट: ब्लैक डाह्लिया मर्डर का अनसुलझा रहस्य

एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या का मामला, जिसे 'ब्लैक डाह्लिया' के नाम से जाना जाता है, आज भी एक रहस्य बना हुआ है। 1947 में लॉस एंजेलेस में मिली उसकी लाश ने पुलिस को चौंका दिया था। इस मामले में एफबीआई ने 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की, लेकिन सभी के बयान भ्रामक साबित हुए। एलिजाबेथ की जिंदगी में कई राज थे, और उसकी हत्या को सुलझाने के प्रयास आज भी जारी हैं। जानें इस भयानक हत्या के बारे में और इसके पीछे के राज।
 

हत्या का भयानक दृश्य

15 जनवरी 1947 को लॉस एंजेलेस में एलिजाबेथ शॉर्ट की लाश दो टुकड़ों में पाई गई। इस मामले ने हॉलीवुड में 'ब्लैक डाह्लिया' के नाम से प्रसिद्धि हासिल की और आज भी यह एक रहस्य बना हुआ है।


हत्या के संकेत

पुलिस ने जब एलिजाबेथ की लाश देखी, तो वे भी चौंक गए। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे, ब्रेस्ट काटा गया था और अंतड़ियां बाहर निकाली गई थीं। कई हिस्सों पर चोट के निशान और चेहरे पर घाव थे, जिससे यह स्पष्ट था कि उसे मौत से पहले बुरी तरह प्रताड़ित किया गया था। फोरेंसिक रिपोर्ट में यह पाया गया कि उसकी मौत हैमरेज के कारण हुई, और रेप के संकेत भी मिले, लेकिन शरीर में कोई स्पर्म ट्रेस नहीं मिला।


जांच और संदिग्धों की पहचान

एफबीआई ने इस हत्या के मामले में 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की और लगभग 1000 एजेंटों ने दिन-रात काम किया। करीब 500 लोगों ने अलग-अलग समय पर जुर्म कबूल किया, लेकिन सभी के बयान भ्रामक साबित हुए। कई संदिग्धों का तो उस समय जन्म भी नहीं हुआ था।


एलिजाबेथ की जिंदगी के राज

जांच में यह भी सामने आया कि एलिजाबेथ अक्सर विभिन्न व्यक्तियों के संपर्क में रहती थी और उस पर वेश्यावृत्ति के आरोप भी लगे। रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि उसके कई महिलाओं के साथ संबंध थे। उसकी निजी जिंदगी में कई राज थे, जिनसे कई लोग अनजान थे।


मौत का रहस्य आज भी कायम

एलिजाबेथ शॉर्ट की कहानी पर 2006 में एक फिल्म भी बनी, जिसका नाम 'The Black Dahlia' था। इसके बावजूद, एफबीआई ने 78 साल बाद भी इस मामले को बंद नहीं किया है और जांच जारी है। यह हत्या का मामला अमेरिकी इतिहास का सबसे रहस्यमय और भयावह मामला माना जाता है।


निष्कर्ष

एलिजाबेथ शॉर्ट का मामला एक क्रूर हत्या की कहानी है, जो न केवल उसकी जिंदगी बल्कि उस समय की सामाजिक वास्तविकताओं को भी दर्शाता है। रहस्यमय हत्या को सुलझाने के प्रयास आज भी जारी हैं और इसे इतिहास की सबसे बड़ी अनसुलझी अपराध कहानियों में गिना जाता है।