एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में ICAO विशेषज्ञ की भागीदारी
एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान हादसे की जांच
भारत सरकार ने अहमदाबाद में एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटना की जांच में अंतरराष्ट्रीय विमानन संगठन ICAO के एक विशेषज्ञ को ऑब्जर्वर के रूप में शामिल होने की अनुमति दी है। सूत्रों के अनुसार, ICAO ने इस जांच में भाग लेने की अनुमति मांगी थी, जिससे भारत ने जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है।
वास्तव में, एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रही थी, टेकऑफ के तुरंत बाद एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गई। इस दुर्घटना में 270 लोगों की जान गई, जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। इस हादसे में केवल एक यात्री ही जीवित बच पाया।
ब्लैक बॉक्स डेटा की रिकवरी
इस दुर्घटना की जांच 13 जून से एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की टीम द्वारा की जा रही है, जिसमें विमानन चिकित्सा विशेषज्ञ, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) अधिकारी और अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के प्रतिनिधि शामिल हैं। इसके अलावा, अमेरिकी प्रतिनिधि विमान के ब्लैक बॉक्स का डेटा पुनर्प्राप्त कर रहे हैं।
ब्लैक बॉक्स का महत्व
ब्लैक बॉक्स एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो विमान में स्थापित होता है। यह एयरक्राफ्ट की तकनीकी और वॉयस संबंधित जानकारियों को रिकॉर्ड करता है। इसमें दो प्रमुख रिकॉर्डर होते हैं: कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर), जो पायलटों की बातचीत को कैद करता है, और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (एफडीआर), जो विमान की तकनीकी जानकारी जैसे गति, ऊँचाई और इंजन प्रदर्शन को दर्ज करता है।
डीएनए परीक्षण से मृतकों की पहचान
अहमदाबाद विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले 251 मृतकों की पहचान डीएनए परीक्षण के माध्यम से की जा चुकी है। 245 शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है, जबकि 6 शव ब्रिटेन के परिवारों के हैं, जिन्हें जल्द ही उनके परिजनों के हवाले किया जाएगा। यह जानकारी 22 जून को अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने दी। इस हादसे में कुल 275 लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें 241 लोग शामिल हैं, जिनमें 229 यात्री, 10 केबिन क्रू और 2 पायलट शामिल हैं, इसके अलावा एक हॉस्टल बिल्डिंग में भी 34 लोग मारे गए।