एयर इंडिया विमान दुर्घटना: प्रारंभिक रिपोर्ट में क्या कहा गया?
दुर्घटना का संक्षिप्त विवरण
12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से लगभग 270 लोगों की जान चली गई, जो पिछले एक दशक में सबसे बड़ी विमानन आपदा मानी जा रही है। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, जिसमें 242 यात्री सवार थे, गेटविक एयरपोर्ट की ओर जा रहा था और यह एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिर गया, जिससे और भी अधिक हताहत हुए।
प्रारंभिक रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने इस दुर्घटना की जांच के लिए अपनी 15-पृष्ठीय प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में घटनाओं के क्रम को दोहराया गया है, लेकिन इसमें कोई निर्णायक सबूत नहीं है। रिपोर्ट में दो मुख्य कारकों का उल्लेख किया गया है - विमान का निर्माण और स्थिति, और मानव त्रुटि। यह ध्यान देने योग्य है कि बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, जो 2011 में वाणिज्यिक उड़ान के लिए शुरू हुआ, सबसे सुरक्षित विमानों में से एक है।
पायलटों की भूमिका
जहां एक पायलट अनुभवी था, वहीं सह-पायलट के पास भी पर्याप्त उड़ान का अनुभव था। AAIB ने उन पर कोई दोष नहीं लगाया है, बल्कि केवल तथ्यों को प्रस्तुत किया है। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दोनों इंजनों ने काम करना बंद कर दिया।
मीडिया की प्रतिक्रिया
मीडिया ने इस जानकारी को लेकर कई विशेषज्ञों से चर्चा की है, जिन्होंने एक वीडियो में विमान के लैंडिंग गियर के बारे में चिंता जताई है। हालांकि, AAIB ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि दुर्घटना का कारण मशीन या मानव त्रुटि था। एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने मीडिया की इस धारणा का विरोध किया है।