×

एयर इंडिया विमान दुर्घटना: जांच समिति ने संभावित कारणों पर की चर्चा

एयर इंडिया के एआई-717 विमान की दुर्घटना के चार दिन बाद, भारत सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। इस समिति ने संभावित कारणों पर चर्चा की और तीन महीने में रिपोर्ट देने का आश्वासन दिया। दुर्घटना में 270 से अधिक लोगों की जान गई, जिसमें 241 यात्री और 29 अन्य लोग शामिल हैं। जांच में ब्लैक बॉक्स डेटा का विश्लेषण महत्वपूर्ण होगा। जानें इस मामले में और क्या जानकारी सामने आई है।
 

दुर्घटना के बाद की स्थिति

एयर इंडिया के एआई-717 विमान की भयानक दुर्घटना के चार दिन बाद, जिसमें 270 से अधिक लोगों की जान गई, भारत सरकार ने एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति का गठन किया है। इस समिति ने सोमवार को विभिन्न संभावित कारणों पर विचार किया, जो इस देश की सबसे गंभीर हवाई दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में इस पैनल ने विमान दुर्घटना के संभावित कारणों पर विभिन्न हितधारकों से जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही, पैनल ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं को विकसित करने पर भी चर्चा की।


जांच समिति की रिपोर्ट

केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने मंगलवार को बताया कि अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। नागर विमानन राज्य मंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि एयर इंडिया के पास 34 बोइंग-787 ड्रीमलाइनर विमान हैं, जिनमें से 12 की सुरक्षा जांच की गई है और अब तक कोई समस्या नहीं पाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि विमान के ब्लैक बॉक्स डेटा के विश्लेषण से दुर्घटना के कारणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।


दुर्घटना का विवरण

बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (एआई 171) 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद एक मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में 230 यात्री और 12 सदस्यीय विमान कर्मी दल सवार थे। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति बच गया, जबकि अन्य 241 लोगों की जान चली गई। परिसर में भी 29 अन्य लोगों की मौत हुई।


जांच के मूल कारण

केंद्र ने शनिवार को विमान दुर्घटना के मूल कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है, जो यांत्रिक विफलता, मानव त्रुटि और विनियामक अनुपालन जैसे कारकों का आकलन करेगी। नागर विमानन मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह समिति अन्य संबंधित जांचों का विकल्प नहीं होगी।


ब्लैक बॉक्स से जानकारी

जांच की प्रगति के बारे में पूछे जाने पर, मोहोल ने कहा कि जांच जारी है और कई छोटी जानकारियों की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि 'ब्लैक बॉक्स' डाउनलोड करने के बाद कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आएंगे। दुर्घटनाग्रस्त विमान का ब्लैक बॉक्स, जिसमें फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर शामिल हैं, पहले ही बरामद किया जा चुका है और यह दुर्घटना के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण हो सकता है।


डीएनए नमूनों का संग्रह

मोहोल ने कहा कि एयर इंडिया कुल 34 ड्रीमलाइनर विमानों का संचालन करती है। सभी विमानों का निरीक्षण करने के आदेश दिए गए हैं। अब तक 10 से 12 विमानों का निरीक्षण किया जा चुका है और उनमें कोई समस्या नहीं पाई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल अधिकारियों ने 270 डीएनए नमूने एकत्र किए हैं और 70 से 80 शवों को उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया है। जांच एजेंसियां दुर्घटना के सभी संभावित कारणों की जांच कर रही हैं, जिसमें विमान के दोनों इंजनों में थ्रस्ट की कमी, पक्षियों का टकराना या संभावित 'विंग फ्लैप' समस्या शामिल है।