एयर इंडिया फ़्लाइट 171 दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
एयर इंडिया फ़्लाइट 171 की दुर्घटना की जांच
विमान दुर्घटना जाँच ब्यूरो (AAIB) ने शनिवार की रात एयर इंडिया फ़्लाइट 171 के हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में कॉकपिट की रिकॉर्डिंग में एक पायलट को यह कहते हुए सुना गया कि उड़ान के दौरान दोनों इंजनों का ईंधन बंद हो गया था, जबकि उसके सहकर्मी ने इस बात से इनकार किया।
दुर्घटना का विवरण
अहमदाबाद में हुई इस विमान दुर्घटना में 270 लोगों की जान गई थी। यह रिपोर्ट इस घटना के एक महीने बाद आई है, जिसमें बताया गया है कि उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद इंजनों के ईंधन स्विच 'रन' से 'कटऑफ' में बदल गए। AAIB द्वारा जारी की गई 15 पृष्ठों की रिपोर्ट में इस घटना की जांच की जा रही है।
कॉकपिट की बातचीत
कॉकपिट की वॉयस रिकॉर्डिंग में एक पायलट ने दूसरे से पूछा, "तुमने 'कटऑफ' क्यों किया?" जिस पर दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया। यह बातचीत इस बात का संकेत देती है कि कॉकपिट में तकनीकी खराबी या संचार में कोई समस्या हो सकती है।
इंजनों का थ्रस्ट खत्म होना
कुछ ही क्षणों बाद, लंदन जाने वाले विमान के दोनों इंजनों के स्विच कटऑफ से रन में बदल गए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पायलटों ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि 787 ड्रीमलाइनर और अन्य वाणिज्यिक विमानों में एक ही इंजन से उड़ान भरने के लिए पर्याप्त शक्ति होती है।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि उड़ान भरने के एक सेकंड के भीतर ही दोनों ईंधन कटऑफ स्विच रन से कटऑफ में बदल गए, जिससे दोनों इंजन हवा में ही बंद हो गए। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट ने पूछा, "तुमने कटऑफ क्यों किया?" और दूसरे ने उत्तर दिया, "मैंने नहीं किया।"
दुर्घटना के समय विमान 180 नॉट की अधिकतम गति तक पहुँच गया था, और इसके बाद दोनों इंजनों का थ्रस्ट एक साथ खत्म हो गया। सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया कि उड़ान भरने के तुरंत बाद रैम एयर टर्बाइन सक्रिय हो गया।
जांचकर्ताओं ने उड़ान पथ के पास पक्षी गतिविधि का कोई सबूत नहीं पाया, जिससे पक्षी टकराने को संभावित कारण के रूप में खारिज कर दिया गया।
आगे की कार्रवाई
महत्वपूर्ण घटकों को अलग रखा गया है, और इस स्तर पर बोइंग या जीई इंजन ऑपरेटरों को कोई सलाह जारी नहीं की गई है। AAIB ने अभी तक बोइंग या जीई को कोई सलाह नहीं दी है, क्योंकि मूल कारण की जांच अभी जारी है।