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एयर इंडिया फ़्लाइट 171 दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

एयर इंडिया फ़्लाइट 171 की दुर्घटना पर जारी प्रारंभिक रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट में कॉकपिट की रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दोनों इंजनों का ईंधन बंद हो गया था। इस दुर्घटना में 260 लोगों की जान गई थी। रिपोर्ट में दुर्घटना के कारणों पर नए सवाल उठाए गए हैं, और जाँच अभी भी जारी है। जानें इस रिपोर्ट में और क्या खुलासा हुआ है।
 

दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट का विवरण

एयर इंडिया फ़्लाइट 171 की दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट शनिवार की आधी रात के बाद जारी की गई। विमान दुर्घटना जाँच ब्यूरो (AAIB) द्वारा प्रस्तुत इस रिपोर्ट में कॉकपिट की रिकॉर्डिंग शामिल है, जिसमें एक पायलट ने बताया कि उड़ान के दौरान दोनों इंजनों का ईंधन बंद हो गया था, जबकि उसके सहकर्मी ने इस बात से इनकार किया।


दुर्घटना के कारणों पर नए सवाल

यह रिपोर्ट, जो 15 पृष्ठों में फैली हुई है, 260 लोगों की जान लेने वाली इस दुर्घटना के एक महीने बाद प्रकाशित हुई है। यह भारत की सबसे भीषण विमानन दुर्घटनाओं में से एक के अंतिम क्षणों का पहला आधिकारिक विवरण प्रस्तुत करती है और एक साथ दो इंजनों के फेल होने के कारणों पर नए सवाल उठाती है।


इंजन बंद होने की जानकारी

रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दोनों इंजन बंद हो गए। इंजन 1 और इंजन 2 के ईंधन कटऑफ स्विच एक सेकंड के भीतर RUN से CUTOFF में बदल गए।


मलबे की स्थिति

एएआईबी ने बताया कि मलबे की जगह की गतिविधियाँ पूरी हो चुकी हैं और मलबे को हवाई अड्डे के पास सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों इंजनों को मलबे से निकालकर हवाई अड्डे के हैंगर में सुरक्षित रखा गया है।


कॉकपिट संवाद का महत्व

कॉकपिट की ध्वनि रिकॉर्डिंग से यह पता चला है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा, "तुमने कटऑफ क्यों किया?" जिस पर दूसरे पायलट ने कहा कि उसने ऐसा नहीं किया। यह बातचीत संभावित गलत संचार या तकनीकी खराबी के संकेत देती है।


जाँच की स्थिति

जाँच के इस चरण में, बोइंग 787-8 और उसके इंजनों के निर्माताओं के लिए कोई अनुशंसित कार्रवाई नहीं है। जाँच अभी भी जारी है और कई महत्वपूर्ण घटकों की पहचान कर ली गई है।


दुर्घटना का संक्षिप्त विवरण

यह घटना एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद हुई, जब यह अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकरा गया। इस दुर्घटना में 260 लोगों की जान गई, जिसमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल थे, साथ ही ज़मीन पर 19 लोग भी मारे गए।