एफआईपी ने एयर इंडिया दुर्घटना पर मीडिया के खिलाफ कानूनी नोटिस भेजा
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के संदर्भ में द वॉल स्ट्रीट जर्नल और रॉयटर्स के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी किया है। एफआईपी ने मीडिया द्वारा किए गए निराधार दावों के लिए माफी की मांग की है। एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट में पायलटों की बातचीत का जिक्र है, जिसमें ईंधन नियंत्रण स्विच के बंद होने का कारण स्पष्ट नहीं है। एफआईपी ने कहा है कि मीडिया की रिपोर्टिंग गैर-जिम्मेदाराना है और जांच पूरी होने का इंतजार करना चाहिए।
Jul 19, 2025, 12:22 IST
एफआईपी का कानूनी कदम
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने द वॉल स्ट्रीट जर्नल और रॉयटर्स को कानूनी नोटिस जारी किया है, जिसमें एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के संदर्भ में निराधार और अपमानजनक रिपोर्टिंग के लिए माफी की मांग की गई है। 12 जून को हुई इस घटना पर भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के ईंधन नियंत्रण स्विच उड़ान भरने के तुरंत बाद “रन” से “कटऑफ” पर चले गए थे। कॉकपिट में हुई बातचीत के अनुसार, एक पायलट ने पूछा कि ईंधन क्यों बंद किया गया, जबकि दूसरे ने कहा कि उसने ऐसा नहीं किया। एएआईबी की रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि स्विच किसने बंद किए और न ही किसी को दोषी ठहराया गया है।
मीडिया की रिपोर्ट पर एफआईपी की प्रतिक्रिया
मीडिया की गलतफहमी
हालांकि, वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अमेरिकी अधिकारियों के प्रारंभिक आकलन के आधार पर अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए कहा कि कप्तान ने जानबूझकर ईंधन स्विच बंद कर दिया था। इसी तरह की जानकारी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में भी दी गई थी, जिसमें कप्तान की गलती को जिम्मेदार ठहराया गया। कानूनी नोटिस में दोनों मीडिया आउटलेट्स से पूर्ण माफी और सुधार की मांग की गई है। एफआईपी के अध्यक्ष कैप्टन सीएस रंधावा ने कहा कि रिपोर्ट में कहीं भी यह नहीं कहा गया है कि पायलट की गलती के कारण ईंधन नियंत्रण स्विच बंद हुआ था। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट को ठीक से नहीं पढ़ा गया है और हम उचित कार्रवाई करेंगे।
एएआईबी की अपील
जांच की प्रगति पर ध्यान दें
एआईबी के महानिदेशक जी वी जी युगंधर ने एक बयान में कहा कि कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान बार-बार और असत्यापित रिपोर्टों के आधार पर निष्कर्ष निकालने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई गैर-जिम्मेदाराना है, खासकर जब जांच अभी भी चल रही है। एएआईबी ने सभी संबंधित पक्षों से अंतिम जांच रिपोर्ट का इंतजार करने की अपील की है, यह कहते हुए कि यह समय भारतीय विमानन उद्योग की सुरक्षा को लेकर जनता में चिंता या आक्रोश पैदा करने का नहीं है, विशेष रूप से निराधार तथ्यों के आधार पर।