एच डी कुमारस्वामी का 66वां जन्मदिन: एक राजनीतिक यात्रा की कहानी
आज एच डी कुमारस्वामी अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। जानें उनके जीवन की रोचक बातें, राजनीतिक सफर और उपलब्धियों के बारे में। एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उनके पिता भी पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके हैं। इस लेख में उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई है, जो पाठकों को उनकी यात्रा के बारे में और जानने के लिए प्रेरित करेगा।
Dec 16, 2025, 16:34 IST
जन्मदिन की शुभकामनाएं
आज, 16 दिसंबर को, कर्नाटक के 12वें मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। राजनीति के साथ-साथ वह व्यवसाय में भी सक्रिय हैं। एचडी कुमारस्वामी 2013 से 2014 तक कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं और राज्य जनता दल के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं...
जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि
एचडी कुमारस्वामी का जन्म 16 दिसंबर 1959 को कर्नाटक में हुआ। उनका पूरा नाम हरदानहल्ली देवगौड़ा कुमारस्वामी है। उनके पिता का नाम एचडी देवगौड़ा है, जो भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जबकि उनकी मां का नाम चेन्नम्मा है।
राजनीतिक करियर
एचडी कुमारस्वामी ने अपने पिता से राजनीति की विरासत पाई है, जिससे उन्हें राजनीतिक पहचान बनाने में ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा। 1996 में हुए आम चुनावों में उन्होंने कनकपुरा से जीत हासिल की, जिससे उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई। हालांकि, 1998 में उन्होंने फिर से कनकपुरा से चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
1999 में उन्होंने साथनूर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन फिर से हार मिली। 2004 में, उन्होंने रामनगर विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में
4 फरवरी 2006 को, एचडी कुमारस्वामी पहली बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने और 9 अक्टूबर 2007 तक इस पद पर रहे। उनके और बीजेपी के बीच सत्ता हस्तांतरण का समझौता हुआ, लेकिन उन्होंने इसे मानने से इनकार कर दिया और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में, बीजेपी के साथ उनके समझौते में मतभेद उत्पन्न हुए।
नवंबर 2014 में, उन्हें कर्नाटक राज्य जनता दल (सेक्युलर) का अध्यक्ष चुना गया। 2023 में, उन्होंने चन्नपटना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और भारी जीत हासिल की। 2024 में, उन्होंने मांड्या लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत प्राप्त की। बीजेपी के साथ गठबंधन के कारण, उन्हें 9 जून 2024 को मोदी सरकार में 'केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री' के रूप में स्थान दिया गया।