उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की मांग की
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश बनने को एक विश्वासघात बताया और केंद्र सरकार से वादा निभाने की अपील की। कोलकाता में उन्होंने पश्चिम बंगाल के लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि चुनाव होने चाहिए ताकि लोग अपनी सरकार चुन सकें। जानें इस मुद्दे पर उनके विचार और जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए उनकी योजनाएं।
Jul 10, 2025, 19:30 IST
जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की आवश्यकता
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य का दर्जा दिए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश होने के कारण राज्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं है। हमें यह जिम्मेदारी अपने पास चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को जल्द से जल्द जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए। अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि केंद्र शासित प्रदेश बनना हमारे साथ एक बड़ा विश्वासघात था। केंद्र सरकार और भाजपा को जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य बनाने का वादा निभाना चाहिए, और इसमें कोई देरी नहीं होनी चाहिए।
उमर अब्दुल्ला ने कोलकाता में कहा कि हमें राज्य का दर्जा जल्द से जल्द मिलना चाहिए और राज्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमें लेनी चाहिए। उन्होंने पश्चिम बंगाल के लोगों का धन्यवाद किया, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के लिए समर्थन दिखाया, खासकर कठिन समय में। उन्होंने कहा कि अच्छे समय में दोस्ती का महत्व कम होता है, लेकिन मुश्किल समय में असली दोस्ती का पता चलता है। 90 के दशक में हमारे पर्यटन के पुनरुद्धार की शुरुआत गुजरात और पश्चिम बंगाल से हुई थी।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कोलकाता में टीटीएफ (टूर्स एंड ट्रैवल फ्रेटरनिटी) की उपस्थिति का लाभ उठाते हुए, जम्मू-कश्मीर का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल लाया गया है। इसका उद्देश्य पश्चिम बंगाल के लोगों को जम्मू-कश्मीर आने और वहां की सुंदरता और आतिथ्य का आनंद लेने के लिए आमंत्रित करना है। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट द्वारा बिहार में मतदाता सूचियों की एसआईआर जारी रखने की अनुमति मिलने पर, अब्दुल्ला ने कहा कि अब हमें नतीजों का इंतज़ार करना होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव होने चाहिए, चाहे कुछ भी हो, और लोगों को अपनी सरकार चुनने का अधिकार होना चाहिए।