उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर के राज्य दर्जे की बहाली का मुद्दा उठाया
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कश्मीर के लिए पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने का मुद्दा उठाया।
अब्दुल्ला ने कहा, “इस मंच पर चार लोग हैं जो कटरा रेलवे स्टेशन के उद्घाटन के समय उपस्थित थे। आप चुनाव जीतकर आए थे और पहली बार प्रधानमंत्री बने थे। उस समय प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद थे और हमारे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा रेल राज्य मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जबकि मैं मुख्यमंत्री था।”
उन्होंने आगे कहा, “यदि आप देखें तो माता वैष्णो देवी के आशीर्वाद से सिन्हा को पदोन्नति मिली है, जबकि मुझे पदावनति का सामना करना पड़ा। मैं पहले एक राज्य का मुख्यमंत्री था, लेकिन अब मैं केंद्र शासित प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं। हालांकि, मुझे विश्वास है कि इसे सुधारने में ज्यादा समय नहीं लगेगा... आपके कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा मिलेगा।” अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद पूर्व राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठित किया गया था।
अब्दुल्ला ने कहा कि कई लोगों ने कश्मीर में ट्रेन चलने का सपना देखा था। उन्होंने कहा, “कश्मीर को रेल से जोड़ने का सपना तो अंग्रेजों ने भी देखा था, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। उनकी योजना झेलम के किनारे उरी से रेल लाकर देश से जोड़ने की थी। जो काम अंग्रेज नहीं कर पाए, वह आपके (मोदी) हाथों हुआ और कश्मीर देश के बाकी हिस्सों से जुड़ गया।”
अब्दुल्ला ने कश्मीर तक ट्रेन को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “यदि मैं पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को धन्यवाद नहीं दूंगा तो यह बहुत बड़ी भूल होगी। यह परियोजना निस्संदेह 1983-84 में शुरू हुई थी, लेकिन यह तभी पूरी हुई जब वाजपेयी ने इसे राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित किया और बजट में प्रावधान किया।”