उमर अब्दुल्ला का बीजेपी से दूरी बनाने का स्पष्ट संदेश
उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में एक रैली में स्पष्ट किया कि वह बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बजाय इस्तीफा देना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर राज्य का दर्जा पाने के लिए बीजेपी को शामिल करना आवश्यक है, तो वह ऐसा नहीं करेंगे। इसके अलावा, उन्होंने बीजेपी की दोहरी बातों पर भी सवाल उठाए। जानें उनके विचार और राजनीतिक स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
Oct 2, 2025, 12:20 IST
उमर अब्दुल्ला का इस्तीफे का प्रस्ताव
उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया है कि वह बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के बजाय इस्तीफा देना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए बीजेपी के साथ समझौता नहीं करेंगे। दक्षिण कश्मीर में आयोजित एक सार्वजनिक रैली में उमर ने अपने पार्टी विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर बीजेपी को सरकार में शामिल किया जाता, तो शायद राज्य का दर्जा तुरंत मिल जाता।
उमर ने विधायकों से सवाल किया, 'क्या आप इसके लिए समझौता करने को तैयार हैं?' उन्होंने कहा, 'मैं नहीं हूं। अगर आपको लगता है कि राज्य का दर्जा पाने के लिए बीजेपी को सरकार में शामिल करना आवश्यक है, तो कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।' उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें जम्मू-कश्मीर को राज्य के रूप में देखने के लिए इंतजार करना पड़े, तो वह इंतजार करने को तैयार हैं।
बीजेपी की दोहरी बातें
उमर अब्दुल्ला ने बताया कि चुनावी जीत के दौरान उनके पास दो विकल्प थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी परिस्थितियों को बहाना नहीं बनाया, लेकिन काम करना कठिन था। चुनाव के बाद उनके सामने एक विकल्प था, जिसमें बीजेपी के साथ सरकार बनाना शामिल था, जैसा कि 2015 में मुफ्ती मोहम्मद सईद ने किया था।
उमर ने कहा कि बीजेपी को सरकार से बाहर रखा जा सकता था, लेकिन जम्मू को प्रतिनिधित्व देने के लिए उन्हें सरकार में शामिल किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सार्वजनिक रूप से अधिकारियों की तारीफ करती है, लेकिन बंद कमरों में उनकी आलोचना करती है। यह दोहरी बातें जनता को धोखा देने के समान हैं।