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उत्तराखंड में 'आई लव मुहम्मद' विवाद पर मुख्यमंत्री धामी की सख्त चेतावनी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर विवाद पर सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने इसे त्योहारों और सार्वजनिक शांति को भंग करने का सुनियोजित प्रयास बताया। धामी ने कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, बरेली में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जहां पुलिस ने कई गिरफ्तारियां की हैं। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया के बारे में।
 

मुख्यमंत्री धामी की प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को 'आई लव मुहम्मद' के पोस्टरों के प्रदर्शन के खिलाफ सख्त चेतावनी दी। उन्होंने इसे त्योहारों और सार्वजनिक शांति को भंग करने का एक सुनियोजित प्रयास करार दिया। धामी ने कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसका उद्देश्य हमारे धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान अशांति पैदा करना है। इसके पीछे वे ताकतें हैं जो भारत की प्रगति को नहीं देख सकतीं और जो प्रधानमंत्री मोदी के 'विकसित भारत' के संकल्प से चिंतित हैं।


धामी की सख्त चेतावनी

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति किसी से जुड़ा है, तो उसे उनके नाम की तख्ती लेकर घूमने का अधिकार किसने दिया? सच्चा सम्मान तभी होता है जब वह आपके व्यवहार में दिखाई दे। धामी ने यह भी कहा कि यदि कोई सरकारी या निजी संपत्ति को नुकसान पहुँचाता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड में इस तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


बरेली में स्थिति तनावपूर्ण

इस बीच, उत्तर प्रदेश के बरेली में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। 26 सितंबर को 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर विवाद के चलते हुए विरोध प्रदर्शन के बाद से शहर में तनाव बना हुआ है। बरेली पुलिस ने 56 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक प्रमुख साजिशकर्ता नदीम खान भी शामिल है। बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने पुष्टि की कि नदीम को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।


पुलिस की कार्रवाई

पुलिस के अनुसार, शुक्रवार की नमाज के बाद प्रदर्शनकारी 'आई लव मुहम्मद' के पोस्टर लेकर आला हजरत दरगाह और आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के घर के बाहर इकट्ठा हुए। उन्होंने पथराव किया और पुलिस के साथ झड़प की, जिसमें कई लोग घायल हुए और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को व्हाट्सएप पर भड़काऊ संदेशों के जरिए उकसाया गया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हालिया हिंसा में शामिल उपद्रवियों की कड़ी निंदा की और उन्हें पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी।