×

उत्तर प्रदेश में प्रेमिका की साजिश से हुई हत्या का मामला सुलझा

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक युवती ने अपने पिता और भाइयों को झूठे आरोप में फंसाने की योजना बनाई थी ताकि वह अपने प्रेमी से शादी कर सके। इस साजिश के तहत एक पेंटर की हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जानें इस चौंकाने वाली घटना के बारे में पूरी जानकारी।
 

हत्या की साजिश का खुलासा


उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के पाकबड़ा थाना क्षेत्र के गुरैठा गाँव में एक पेंटर की हत्या के मामले का पर्दाफाश हो गया है। एक युवती ने अपने पिता और भाइयों को झूठे आरोप में फंसाने की योजना बनाई थी ताकि वह अपने प्रेमी से शादी कर सके। पुलिस अधीक्षक (अपराध) सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि स्वाति का मनोज नाम के युवक से प्रेम संबंध था। अपने परिवार के विरोध से परेशान होकर, उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर यह खतरनाक योजना बनाई। टीवी शो “क्राइम पेट्रोल” देखने के बाद, उन्होंने तय किया कि किसी की हत्या कर दी जाए और इसका आरोप अपने परिवार पर लगाया जाए।


इस योजना के तहत, रविवार को योगेश नामक युवक को निशाना बनाया गया। आरोपियों ने उसे पकड़कर गला घोंट दिया और फिर ईंट से उसका सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी। पाकबड़ा पुलिस ने रविवार रात एक मुठभेड़ में मनोज और उसके चचेरे भाई मंजीत को गिरफ्तार किया। मुठभेड़ के दौरान मनोज के पैर में गोली लगी।


मामले की पूरी जानकारी

गुरैठा गाँव का 22 वर्षीय पेंटर योगेश कुमार पिछले रविवार शाम को अपनी साइकिल पर घर से निकला था। अगले दिन उसका शव गाँव के बाहर कब्रिस्तान के पास झाड़ियों में मिला। योगेश ने अपने मोबाइल से यूपी 112 पर कॉल करके बताया था कि शोभाराम और उसके बेटे कपिल और गौरव उसे पीट रहे हैं। इस आधार पर मामला दर्ज किया गया, लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि ये तीनों निर्दोष थे। आगे की जांच में यह खुलासा हुआ कि शोभाराम की बेटी स्वाति ने अपने प्रेमी मनोज और उसके चचेरे भाई मंजीत के साथ मिलकर योगेश की हत्या की साजिश रची थी।


पुलिस की कार्रवाई

रविवार रात पुलिस ने नया मुरादाबाद में घेराबंदी की। जैसे ही पुलिस ने उन्हें देखा, मनोज और मंजीत ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में मनोज के पैर में गोली लगी और वह गिर पड़ा, जबकि मंजीत को भागते समय पकड़ लिया गया। घायल मनोज को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि योगेश से उसकी कोई दुश्मनी नहीं थी, बल्कि उसने अपनी प्रेमिका के कहने पर ही हत्या की थी।