ईरान ने अमेरिकी हमलों की निंदा की, परमाणु विकास जारी रखने का संकल्प
ईरान की परमाणु ऊर्जा संगठन की प्रतिक्रिया
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) ने फोर्डो, नतंज और इस्फहान में देश की तीन परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की है। संगठन ने कहा कि इन पर हमले अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हैं, क्योंकि इनकी निगरानी अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) द्वारा की जा रही है, जो परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के तहत है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को घोषणा की थी कि ईरान की प्रमुख परमाणु संवर्धन सुविधाएं पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं।
AEOI ने अपने बयान में कहा कि यह आक्रमण 'IAEA की अनदेखी या बल्कि मिलीभगत' के तहत किया गया। संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस कानून के उल्लंघन की निंदा करने और ईरान के साथ खड़े होने का आग्रह किया।
AEOI के बयान में कहा गया, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपेक्षा की जाती है कि वह इस जंगल के कानून के उल्लंघन की निंदा करे और ईरान के वैध अधिकारों के लिए खड़ा हो... संगठन महान ईरानी राष्ट्र को आश्वस्त करता है कि दुश्मनों की कुत्सित साजिशों के बावजूद, वह इस राष्ट्रीय उद्योग की प्रगति को रोकने की अनुमति नहीं देगा।'
बयान में आगे कहा गया, 'संगठन ने ईरानी लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया है, जिसमें कानूनी कार्रवाई भी शामिल है।'
AEOI ने स्पष्ट किया कि तेहरान परमाणु विकास कार्यक्रम को जारी रखेगा, भले ही उसे दुश्मनों की साजिशों के कारण बाधाओं का सामना करना पड़े।
AEOI ने कहा, 'ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने महान ईरानी राष्ट्र को आश्वस्त किया है कि दुश्मनों की कुत्सित साजिशों के बावजूद, हजारों क्रांतिकारी और प्रेरित वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के प्रयासों से, वह इस राष्ट्रीय उद्योग के विकास को रोकने की अनुमति नहीं देगा, जो परमाणु शहीदों के खून का परिणाम है।'