ईरान ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता फिर से शुरू करने की संभावना को खारिज किया
ईरान के विदेश मंत्री का बयान
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता के त्वरित पुनरारंभ की संभावना को खारिज कर दिया है, भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सप्ताह वार्ता फिर से शुरू होने का संकेत दिया हो। यह जानकारी एक समाचार चैनल पर दिए गए साक्षात्कार में सामने आई।
अराघची ने सोमवार को CBS इवनिंग न्यूज पर कहा कि जब तक अमेरिका यह सुनिश्चित नहीं करता कि वार्ता के दौरान कोई और सैन्य हमले नहीं होंगे, तब तक ईरान बातचीत में फिर से शामिल नहीं होगा।
उन्होंने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि अमेरिका वार्ता के दौरान हमें फिर से सैन्य हमले का निशाना नहीं बनाएगा।" उन्होंने यह भी कहा कि ईरान के पास बातचीत के लिए और समय की आवश्यकता है, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि कूटनीति के दरवाजे कभी बंद नहीं होंगे।
ईरान और अमेरिका के बीच तनाव
ईरान और अमेरिका के बीच वार्ता उस समय शुरू हुई थी जब इजराइल ने ईरानी परमाणु और सैन्य ढांचे पर हमले किए। इसके बाद अमेरिका ने भी हमलों में भाग लिया।
तेहरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है, जबकि अमेरिका और इजराइल का कहना है कि उनका उद्देश्य ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है।
अराघची ने यह भी कहा कि अमेरिका के हमलों के कारण ईरान के परमाणु स्थलों को नुकसान हुआ है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि तकनीक और विज्ञान को बमबारी से नष्ट नहीं किया जा सकता।
G7 देशों का संयुक्त बयान
G7 देशों के विदेश मंत्रियों ने ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया और वार्ता फिर से शुरू करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, "हम एक व्यापक, सत्यापन योग्य और स्थायी समझौते की दिशा में वार्ता फिर से शुरू करने की मांग करते हैं जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम को संबोधित करता है।"