ईडी ने बीपीटीपी के परिसरों पर छापे मारे, विदेशी मुद्रा उल्लंघन की जांच जारी
बीपीटीपी पर छापे और विदेशी मुद्रा उल्लंघन की जांच
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लगभग 500 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा विनिमय उल्लंघन के मामले में दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रियल एस्टेट कंपनी बीपीटीपी के विभिन्न परिसरों पर मंगलवार को छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने इस संबंध में जानकारी दी।
सूत्रों के अनुसार, ‘बिजनेस पार्क्स टाउन प्लानर्स प्राइवेट लिमिटेड’ (बीपीटीपी) के दिल्ली, नोएडा और फरीदाबाद स्थित कार्यालयों पर विदेशी मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत कार्रवाई की गई।
जांच के दौरान यह सामने आया कि बीपीटीपी ने 2007-2008 के दौरान मॉरीशस की विदेशी कंपनियों से ‘स्वचालित मार्ग’ के तहत ‘पुट ऑप्शन/स्वैप ऑप्शन’ के माध्यम से 500 करोड़ रुपये से अधिक का विदेशी निवेश प्राप्त किया, जो मौजूदा फेमा नियमों का उल्लंघन था।
बीपीटीपी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रही है और उन्हें विश्वास है कि उचित समय पर उनकी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। सूत्रों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक काबुल चावला ने गुमनाम रूप से विदेशी संपत्तियां रखी हैं।
दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न पुलिस थानों में कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकी ईडी की जांच के दायरे में हैं। बीपीटीपी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी हमेशा लागू कानूनों और विनियमों का पालन करती रही है और वह पारदर्शिता और नैतिक व्यावसायिक परंपराओं के प्रति प्रतिबद्ध है।
इसके बाद, बीपीटीपी के अध्यक्ष रोहित मोहन ने बताया कि यह मामला सिटी ग्रुप की इकाई सीपीआई इंडिया लिमिटेड और जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी की इकाई हार्बर विक्टोरिया इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा 2007-08 में किए गए ऐतिहासिक निवेश से संबंधित है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा मांगी गई सभी जानकारी पहले ही उपलब्ध कराई जा चुकी है और वे आवश्यकतानुसार सहयोग प्रदान करते रहेंगे।