इस वर्ष एयरलाइनों द्वारा 2,458 उड़ानें रद्द या पुनर्निर्धारित
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हाल ही में जानकारी दी है कि इस वर्ष एयरलाइनों ने 2,458 उड़ानें रद्द या पुनर्निर्धारित की हैं। इस स्थिति के पीछे कई नियामक और भू-राजनीतिक मुद्दे हैं। मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि इस दौरान घरेलू एयरलाइनों द्वारा यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है। जानें इस रिपोर्ट में और क्या जानकारी दी गई है।
Aug 7, 2025, 19:18 IST
उड़ानों की रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण की जानकारी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में जानकारी दी कि इस वर्ष विभिन्न नियामक और भू-राजनीतिक कारणों से एयरलाइनों ने कुल 2,458 उड़ानें रद्द या पुनर्निर्धारित की हैं। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने एक लिखित उत्तर में बताया कि उड़ानों में देरी और रद्दीकरण के चलते एयरलाइनों को अतिरिक्त लागत का सामना करना पड़ा, जिसमें ईंधन, चालक दल का ओवरटाइम, रखरखाव, हवाई अड्डा शुल्क और पुनः बुकिंग के खर्च शामिल हैं। इसके अलावा, एयरलाइनों को रद्दीकरण या महत्वपूर्ण देरी के मामले में यात्रियों को धनवापसी या मुआवजा देने की आवश्यकता होती है।
मंत्री ने यह भी बताया कि जनवरी से जून 2025 के बीच घरेलू एयरलाइनों द्वारा यात्रियों की संख्या में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस वर्ष, इंडिगो और एयर इंडिया ने क्रमशः 1,017 और 662 उड़ानें रद्द या पुनर्निर्धारित कीं। साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, स्पाइसजेट ने 334 उड़ानें रद्द कीं, जबकि एयर इंडिया एक्सप्रेस की 427 और अकासा एयर की 18 उड़ानें भी रद्द या पुनर्निर्धारित की गईं। मोहोल ने कहा कि कुल 2,458 उड़ानें "नियामक और भू-राजनीतिक मुद्दों" के कारण प्रभावित हुईं।