इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति संगीता श्रीवास्तव का कार्यकाल बढ़ा
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति का नाम इतिहास में दर्ज
इलाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव Image Credit source: UA website
UA VC संगीता श्रीवास्तव: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव का नाम अब यूनिवर्सिटी के इतिहास में शामिल हो गया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय, जिसे आमतौर पर UA के नाम से जाना जाता है, की कुलपति के रूप में उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। प्रो. श्रीवास्तव पहली कुलपति हैं, जिनका कार्यकाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद 19 वर्षों में बढ़ाया गया है।
आइए जानते हैं कि प्रो. संगीता श्रीवास्तव कौन हैं और नए आदेश के तहत उनका कार्यकाल कब तक चलेगा। इसके साथ ही नए कुलपति की नियुक्ति पर भी चर्चा करेंगे।
29 नवंबर को समाप्त हो रहा था कार्यकाल, अब अगले आदेश तक बनी रहेंगी
कुलपति का कार्यकाल सामान्यतः 5 वर्षों का होता है। प्रो. संगीता श्रीवास्तव का कार्यकाल 29 नवंबर 2025 को समाप्त होने वाला था। लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने उनके कार्यकाल के विस्तार के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार, वह अगले आदेश तक कुलपति पद पर बनी रहेंगी।
प्रो. संगीता श्रीवास्तव का परिचय
प्रो. संगीता श्रीवास्तव पहले राजेन्द्र सिंह (रज्जू भइया) स्टेट यूनिवर्सिटी की कुलपति रह चुकी हैं। इससे पहले वह इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के होम साइंस विभाग की प्रमुख थीं। उन्होंने 1989 में यूनिवर्सिटी में प्रवक्ता के रूप में कार्यभार संभाला था। उनकी शिक्षा की बात करें तो उन्होंने 12वीं कक्षा सेंट मेरीज कॉन्वेंट से पास की है, BSc एग्रीकल्चर नैनी से और MSc जबलपुर यूनिवर्सिटी से की है। उनकी PhD इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के नए कुलपति की खोज
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के नए कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। हालांकि, नए कुलपति के लिए नामों का चयन अभी तक नहीं किया गया है। यह प्रक्रिया जारी है और उम्मीद की जा रही है कि नए साल में नामों की सूची केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजी जाएगी। तब तक प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव इस पद पर बनी रहेंगी।