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इनकम टैक्स रिफंड में देरी? जानें क्या करें और क्यों हो रही है समस्या

क्या आपने अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया है लेकिन रिफंड नहीं आया? यह समस्या कई टैक्सपेयर्स के लिए आम है। जानें कि रिफंड प्रोसेस में कितना समय लगता है, क्या कदम उठाने चाहिए और देरी के संभावित कारण क्या हो सकते हैं। इस लेख में हम आपको सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करेंगे ताकि आप अपने रिफंड की स्थिति को समझ सकें और उचित कार्रवाई कर सकें।
 

इनकम टैक्स रिफंड

इनकम टैक्स रिफंड

यदि आपने समय पर अपने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) को फाइल किया है और उसका स्टेटस 'Processed' दिखा रहा है, लेकिन आपके बैंक खाते में रिफंड नहीं आया है, तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। यह समस्या कई टैक्सपेयर्स के लिए आम है।

आमतौर पर, आयकर विभाग ITR को प्रोसेस करने के बाद 7 से 21 कार्य दिवसों के भीतर रिफंड जारी कर देता है। हालांकि, कभी-कभी स्टेटस प्रोसेस्ड होने के बावजूद रिफंड राशि आपके खाते में नहीं आती। ऐसे में यह जानना आवश्यक है कि देरी का कारण क्या है और इसे कैसे हल किया जा सकता है।

रिफंड में लगने वाला समय

आयकर विभाग के अनुसार, रिफंड भेजने की प्रक्रिया में सामान्यतः 4 से 5 सप्ताह का समय लगता है। यह समय आपकी ITR फाइलिंग की तारीख और प्रोसेसिंग की गति पर निर्भर करता है। यदि आपकी ITR हाल ही में प्रोसेस हुई है, तो थोड़ा इंतजार करना उचित है। लेकिन यदि कई हफ्ते बीत चुके हैं और रिफंड नहीं आया है, तो आपको आगे की कार्रवाई करनी चाहिए।

रिफंड नहीं आया? ये कदम उठाएं

  • पहले आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाएं।
  • अपने लॉगिन विवरण और OTP का उपयोग करके लॉगिन करें।
  • ‘Refund / Demand Status’ सेक्शन में जाएं। वहां आपको रिफंड प्रोसेसिंग की जानकारी मिलेगी।
  • यदि स्टेटस 'Processed' है लेकिन पैसा नहीं आया, तो अपने बैंक विवरण की जांच करें, जैसे कि बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड।
  • यदि सभी विवरण सही हैं और फिर भी पैसा नहीं आया, तो आपको Refund Reissue Request डालनी होगी।
  • यह रिक्वेस्ट डालने के बाद रिफंड प्रक्रिया फिर से शुरू होगी और कुछ ही दिनों में पैसा आ सकता है।

रिफंड में देरी के संभावित कारण

रिफंड में देरी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि बैंक अकाउंट नंबर या IFSC कोड में त्रुटि, बैंक खाता ई-वेरीफाई न होना, फॉर्म 26AS और ITR में असंगति, TDS विवरण में गड़बड़ी, बैंक द्वारा रिफंड राशि का अस्वीकृत होना, या आपके बैंक खाते में आधार लिंक न होना।