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इनकम टैक्स रिफंड के लिए सावधानी बरतें: साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय

हाल ही में कई करदाताओं को इनकम टैक्स रिटर्न के संबंध में संदेश प्राप्त हुए हैं, जिसमें रिफंड प्रोसेस में देरी का जिक्र है। आयकर विभाग ने चेतावनी दी है कि साइबर अपराधी इनकम टैक्स के नाम पर लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। जानें कि रिफंड सुरक्षित रखने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए और साइबर फ्रॉड से कैसे बचें। इस लेख में आपको रिवाइज्ड रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया और सावधानियों के बारे में जानकारी मिलेगी।
 

इनकम टैक्स रिटर्न से संबंधित चेतावनी

इनकम-टैक्स रिटर्न

हाल ही में कई करदाताओं को उनके फाइल किए गए इनकम-टैक्स रिटर्न के संबंध में संदेश प्राप्त हुए हैं। इन संदेशों में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए रिफंड का दावा किया गया था, लेकिन यह अभी तक प्रोसेस नहीं हुआ है। इसका कारण यह बताया गया है कि रिटर्न में कुछ त्रुटियों के चलते इसे रिस्क मैनेजमेंट प्रक्रिया के तहत रोका गया है।

आयकर विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस संबंध में जानकारी आपके रजिस्टर्ड ईमेल पर भेजी गई है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ऐसे संदेश का मतलब यह नहीं है कि आपका रिफंड फंस गया है, बल्कि विभाग आपको संशोधित रिटर्न दाखिल करने का अवसर दे रहा है।


रिफंड सुरक्षित रखने के उपाय

आगे क्या करें और रिफंड सुरक्षित कैसे रखें

यदि आपने अब तक संशोधित रिटर्न दाखिल नहीं किया है, तो इसे 31 दिसंबर 2025 तक करना आवश्यक है। यदि रिटर्न 1 जनवरी 2026 के बाद दाखिल किया जाता है, तो इसके साथ अतिरिक्त कर का भुगतान करना पड़ सकता है। इसलिए, सबसे सुरक्षित तरीका यही है कि विभाग द्वारा बताए गए मुद्दों पर ध्यान दें और समय पर संशोधित रिटर्न जमा करें।

यदि आपने पहले ही संशोधित रिटर्न दाखिल कर दिया है और फिर भी आपको ऐसा कोई संदेश मिला है, तो आप उसे नजरअंदाज कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें, किसी भी लिंक पर जल्दबाजी में क्लिक न करें और हमेशा आधिकारिक वेबसाइट का ही उपयोग करें, ताकि आपका रिफंड सुरक्षित रहे।


साइबर फ्रॉड से सावधान रहें

इनकम टैक्स के नाम पर साइबर फ्रॉड से रहें सावधान

हाल ही में आयकर विभाग ने साइबर फ्रॉड के मामलों के बारे में चेतावनी जारी की है। साइबर अपराधी अब इनकम टैक्स का नाम लेकर ईमेल, SMS और नकली वेबसाइटों के माध्यम से लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक इस प्रकार के स्कैम का शिकार हो रहे हैं। अक्सर ये संदेश टैक्स रिफंड, पेनल्टी या KYC अपडेट जैसे बहाने से भेजे जाते हैं।

लोग जल्दीबाजी में लिंक या अटैचमेंट खोल देते हैं और इसी समय उनकी व्यक्तिगत जानकारी और बैंक विवरण स्कैमर्स तक पहुंच जाती है। इसके बाद बड़ी रकम उनके खातों से निकाल ली जाती है। इसलिए यह आवश्यक है कि हम समझें कि ये स्कैम कैसे काम करते हैं और इससे बचने के लिए क्या उपाय करें।


सुरक्षित रहने के उपाय

इनसे बचने के लिए क्या करें?

सर्वप्रथम, ध्यान रखें कि इनकम टैक्स से संबंधित कोई भी कार्य केवल आधिकारिक वेबसाइट www.incometax.gov.in के माध्यम से ही किया जाए। किसी भी ईमेल, SMS या वेबसाइट पर क्लिक करने से पहले डोमेन नाम और लिंक की जांच करें।

आयकर विभाग कभी भी ईमेल या कॉल के माध्यम से OTP, पासवर्ड या बैंक से संबंधित गोपनीय जानकारी नहीं मांगता। इसलिए यदि ऐसा कोई संदेश प्राप्त होता है, तो उसे तुरंत नजरअंदाज करें और रिपोर्ट करें। याद रखें, 'Think Twice, Act Wise' यानी किसी भी लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक करने से पहले दो बार सोचें। अपने दोस्तों और परिवार, विशेषकर बुजुर्गों को भी इस बारे में जागरूक करें।