इंडिगो के ऑपरेशनल संकट से एयरपोर्ट पर मची अफरा-तफरी, 600 फ्लाइट्स कैंसिल
एयरपोर्ट पर हंगामा
शुक्रवार को कई एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब इंडिगो के ऑपरेशनल संकट के चलते बड़ी संख्या में फ्लाइट्स कैंसिल हुईं, जिससे यात्रियों और एयरलाइन कर्मचारियों के बीच तीखी बहस हुई।
देशभर में 600 फ्लाइट्स कैंसिल
5 दिसंबर को इंडिगो का संकट और बढ़ गया, जिसके कारण पूरे देश में फ्लाइट कैंसिलेशन की एक बड़ी लहर आई। स्टाफ की कमी, तकनीकी समस्याएं और नेटवर्क में गड़बड़ी के चलते एयरलाइन ने एक ही दिन में 600 फ्लाइट्स कैंसिल कीं।
इंडिगो की माफी और भविष्य की योजनाएं
एयरलाइन ने गुरुवार को दूसरी बार माफी मांगी। इंडिगो ने रेगुलेटर से पायलटों के ड्यूटी घंटों को सीमित करने वाले नियमों में राहत मांगी है। एयरलाइन ने कहा कि ऑपरेशंस को सामान्य होने में 10 फरवरी, 2026 तक का समय लग सकता है। अगले दो से तीन दिनों में और कैंसलेशन की संभावना है।
DGCA की प्रतिक्रिया
DGCA ने बताया कि ये रुकावटें मुख्य रूप से फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस के फेज 2 को लागू करने में गलत अनुमान और योजना की कमी के कारण हुई हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री की बैठक
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने मंत्रालय के अधिकारियों और इंडिगो के नेतृत्व के साथ एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने एयरलाइन को जल्द से जल्द ऑपरेशंस सामान्य करने का निर्देश दिया।
कैंसलेशन की संख्या
5 दिसंबर को प्रमुख कैंसलेशन की संख्या इस प्रकार है: दिल्ली 225, हैदराबाद 92, बेंगलुरु 102, मुंबई 104, चेन्नई 31, पुणे 22, श्रीनगर 10।
यात्रियों की निराशा
कई एयरपोर्ट पर यात्रियों ने इंडिगो की फ्लाइट कैंसिलेशन पर गुस्सा जताया। यात्रियों ने कहा कि स्टाफ की कमी और नए नियमों के कारण उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा।
दिल्ली एयरपोर्ट पर स्थिति
दिल्ली एयरपोर्ट से शुक्रवार को 23:59 तक सभी डिपार्चर फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं, जिससे यात्रियों को अन्य विकल्प खोजने में कठिनाई हुई।
राहुल गांधी की टिप्पणी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इंडिगो के संकट के लिए सरकार के मोनोपॉली मॉडल को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि भारत को हर क्षेत्र में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का हक है।