आरसीबी प्रबंधन को भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया गया: CAT का निर्णय
केंद्रीय प्रशासनिक न्यायधिकरण ने बेंगलुरु में 4 जून को हुई भगदड़ के लिए आरसीबी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। न्यायालय ने कहा कि आरसीबी ने बिना पुलिस की अनुमति के विजय जुलूस की घोषणा की, जिससे लाखों की भीड़ इकट्ठा हुई। इस घटना में 11 लोगों की जान गई और 55 से अधिक लोग घायल हुए। CAT ने पुलिस की सीमाओं को भी रेखांकित किया और विकास कुमार के निलंबन को रद्द कर दिया। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
Jul 1, 2025, 18:27 IST
CAT का निर्णय और आरसीबी की जिम्मेदारी
4 जून को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के लिए केंद्रीय प्रशासनिक न्यायधिकरण (CAT) ने आरसीबी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। न्यायालय ने कहा कि आरसीबी ने बिना पुलिस की अनुमति के सोशल मीडिया पर अचानक विजय जुलूस की घोषणा की, जिसके कारण लाखों की भीड़ इकट्ठा हो गई और भगदड़ मच गई। इस घटना में 11 लोगों की जान गई और 55 से अधिक लोग घायल हुए।
CAT की बेंगलुरु पीठ के जस्टिस बीके श्रीवास्तव और प्रशासनिक सदस्य संतोष मेहरा ने अपने आदेश में कहा कि आरसीबी लगभग 3 से 5 लाख लोगों की भीड़ के लिए जिम्मेदार है। आरसीबी ने राज्य पुलिस से आवश्यक अनुमति नहीं ली और अपनी आईपीएल 2025 की जीत का जश्न मनाने के लिए अचानक सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की, जिससे भीड़ जमा हुई।
इसके अलावा, CAT ने यह भी कहा कि समय की कमी के कारण पुलिस उचित व्यवस्था करने में असमर्थ थी। पुलिस से यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वह 12 घंटे के छोटे समय में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर सके। CAT ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिसकर्मी भी इंसान हैं और उनके पास कोई जादुई शक्तियां नहीं हैं।
CAT ने यह टिप्पणी भारतीय पुलिस अधिकारी विकास कुमार द्वारा अपने निलंबन को रद्द करने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए की। न्यायालय ने आईपीएस विकास कुमार को राहत देते हुए उनका निलंबन रद्द कर दिया और निलंबन अवधि को सेवा का हिस्सा मानने का आदेश दिया है।
साथ ही, CAT ने विकास कुमार की बहाली का आदेश दिया और सरकार को निलंबित अन्य पुलिस अधिकारियों, जैसे तत्कालीन पुलिस आयुक्त बी दयानंद और उपायुक्त शेखर एच टेक्कण्णावर की बहाली पर पुनर्विचार करने का सुझाव दिया है।