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आरबीआई की मौद्रिक नीति: रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ा

भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में अपनी मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट को 5.5% पर बनाए रखने का निर्णय लिया है। इस बैठक में रियल GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% किया गया है। गवर्नर संजय मल्होत्रा ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव और महंगाई पर भी चर्चा की। जानें इस बैठक के प्रमुख बिंदुओं के बारे में।
 

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर रेपो रेट को 5.5% पर बनाए रखने का निर्णय लिया है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद यह जानकारी साझा की। सभी छह सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस निर्णय का समर्थन किया।


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रियल GDP ग्रोथ का अनुमान

आरबीआई ने 1 अक्टूबर 2025 को आयोजित MPC की बैठक में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रियल GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है। गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि GST को तर्कसंगत बनाने से महंगाई पर नियंत्रण की उम्मीद है।


ग्लोबल इकोनॉमी की स्थिति

गवर्नर ने बताया कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेजी से बदलाव हो रहे हैं और इसमें भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। खाद्य कीमतों में गिरावट से महंगाई में कमी आने की संभावना है। FY26 के लिए महंगाई दर 3.1% से घटकर 2.6% रहने का अनुमान है।


बाजार पर RBI की नजर

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच रुपये की स्थिति पर ध्यान दे रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि CRR में कटौती से बैंकिंग प्रणाली में तरलता में सुधार होगा, जिससे वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।


महंगाई पर आरबीआई गवर्नर का बयान

संजय मल्होत्रा ने कहा कि कोर इन्फ्लेशन 4.2% पर बनी हुई है, जो दर्शाती है कि अर्थव्यवस्था में अंतर्निहित मूल्य दबाव काफी हद तक नियंत्रित हैं।