×

आयुर्वेदिक उपाय से पेट की गैस से पाएं राहत

पेट की गैस और एसिडिटी से परेशान लोगों के लिए एक आयुर्वेदिक उपाय प्रस्तुत किया गया है। प्रसिद्ध आयुर्वेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने एक सरल ड्रिंक बनाने की विधि साझा की है, जो मिनटों में राहत दिला सकती है। इस लेख में जानें कि कैसे जीरा, काला नमक और नींबू का रस मिलाकर एक प्रभावी पेय तैयार किया जा सकता है। नियमित सेवन से पुरानी गैस और अपच की समस्याओं से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
 

पेट की गैस से राहत पाने के आयुर्वेदिक उपाय


पेट की गैस के लिए आयुर्वेदिक उपाय: अस्वस्थ जीवनशैली और गलत खानपान के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं। इनमें गैस और एसिडिटी सबसे ज्यादा परेशान करने वाली होती हैं।


कई लोग शिकायत करते हैं कि खाने के बाद उनका पेट फूल जाता है, और कभी-कभी यह समस्या इतनी बढ़ जाती है कि सांस लेने में भी कठिनाई होती है। यदि आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी हो सकता है। आइए जानते हैं विशेषज्ञ से कि इससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है।


गैस से तुरंत राहत कैसे पाएं?


प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक सलीम जैदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में गैस, एसिडिटी और पेट फूलने से राहत पाने का एक सरल उपाय साझा किया है। उनके अनुसार, एक आसान ट्रिक अपनाकर आप मिनटों में गैस की समस्या से निजात पा सकते हैं।


क्या करें?


डॉक्टर एक विशेष पेय बनाने की सलाह देते हैं। इसे बनाने के लिए आपको जीरा, काला नमक और आधे नींबू का रस चाहिए।


कैसे बनाएं?



  • एक चम्मच जीरा एक गिलास पानी में डालकर 2 मिनट तक उबालें।

  • इसे छानकर थोड़ा ठंडा होने दें (गुनगुना रखें)।

  • अब इसमें एक चम्मच नींबू का रस और एक चुटकी काला नमक डालें।

  • अच्छी तरह मिलाएं और तुरंत पी लें।


डॉक्टर सलीम बताते हैं कि यदि आपको अचानक गैस या एसिडिटी हो जाए, तो इस पेय का सेवन करने से आपको तुरंत राहत मिल सकती है। यदि यह समस्या बार-बार होती है, तो इसे दिन में दो बार लें—एक बार दोपहर में और फिर रात के खाने के 15 मिनट बाद। कुछ हफ्तों तक नियमित सेवन से पुरानी गैस, अपच और पेट फूलने की समस्या भी समाप्त हो सकती है।


इससे कैसे लाभ होता है?



  • डॉक्टर के अनुसार, यह उपाय न केवल पाचन में सुधार करता है, बल्कि वजन घटाने में भी सहायक है। इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं।

  • जीरा पेट की गैस को कम करता है और पाचन को बेहतर बनाता है।

  • काला नमक लिवर के बाइल जूस को सक्रिय करता है, जिससे फैटी भोजन भी आसानी से पच जाता है।

  • नींबू का रस एसिड को न्यूट्रल करता है और खट्टी डकारों से राहत देता है।


हालांकि, यदि आपको अक्सर पेट भारी लगना, जलन, दर्द या डकारें आती हैं और यह हफ्ते में दो बार से अधिक होता है, तो यह किसी गंभीर पाचन समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।


अस्वीकृति: यह सामग्री सामान्य जानकारी प्रदान करती है और किसी योग्य चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।