आनंदीबेन पटेल का 84वां जन्मदिन: गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री की कहानी
आनंदीबेन पटेल, जो आज 84 वर्ष की हो गई हैं, ने गुजरात की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में उनकी पहचान और साहसिक कार्यों की कहानी प्रेरणादायक है। जानें उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं और राजनीतिक सफर के बारे में, जो उन्हें आज भी चर्चा में बनाए रखता है।
Nov 21, 2025, 11:50 IST
आनंदीबेन पटेल का जन्मदिन
उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल आज, 21 नवंबर को अपने 84वें जन्मदिन का जश्न मना रही हैं। उन्होंने लगभग 30 वर्षों तक गुजरात की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि आनंदीबेन पटेल अब गुजरात की राजनीति से दूर हैं, लेकिन उनका नाम आज भी वहां की राजनीतिक चर्चाओं में शामिल रहता है। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी सहयोगी माना जाता है। आनंदीबेन पटेल गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं...
जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि
आनंदीबेन पटेल का जन्म 21 नवंबर 1941 को गुजरात के विजापुर तालुका के खरोद गांव में हुआ था। उनका पूरा नाम आनंदी बेन जेठाभाई पटेल है। बचपन से ही वे खेल-कूद में रुचि रखती थीं। उनकी शादी मफतभाई पटेल से हुई, जो उस समय के प्रमुख नेताओं में से एक थे। एक दुर्घटना के बाद आनंदीबेन पटेल ने राजनीति में कदम रखा।
राजनीति में कदम
आनंदीबेन पटेल ने 1987 में राजनीति में प्रवेश किया। उनका राजनीति में आने का किस्सा काफी दिलचस्प है। उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए स्कूल में शिक्षक के रूप में काम करना शुरू किया। 1987 में एक पिकनिक के दौरान एक दुर्घटना में उन्होंने डूबती लड़कियों को बचाने के लिए जलाशय में कूदकर अपनी जान जोखिम में डाली। इस साहसिक कार्य के लिए उन्हें राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उनकी इस बहादुरी से प्रभावित होकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें पार्टी में शामिल होने का सुझाव दिया। हालांकि, शुरुआत में वह पार्टी में शामिल होने से हिचकिचा रही थीं, लेकिन केशुभाई पटेल और नरेंद्र मोदी के प्रोत्साहन पर उन्होंने 1987 में गुजरात प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्षता स्वीकार की।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल
आनंदीबेन पटेल ने दशकों तक राजनीति में सक्रियता बनाए रखी है। वह उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं। 22 मई 2014 से 07 अगस्त 2016 तक वह गुजरात की मुख्यमंत्री रहीं। आनंदीबेन पटेल गुजरात की पहली और अब तक की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री के रूप में जानी जाती हैं।
आनंदीबेन पटेल को गुजरात की राजनीति में 'लौह महिला' के रूप में पहचान मिली है। 2002 से 2007 तक वह शिक्षा के लिए कैबिनेट मंत्री रहीं और फिर 2007 से 2014 तक उन्होंने राजस्व, शहरी विकास, सड़क और भवन, आपदा प्रबंधन और पूंजी परियोजनाओं के लिए कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया।