आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा का ऐलान, सामाजिक समरसता पर जोर
आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वाराणसी में भगवान विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करते हुए देश की सामाजिक समरसता पर जोर दिया। उन्होंने 7 से 16 नवंबर तक पदयात्रा करने की योजना बनाई है, जिसका उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है। इस दौरान, उन्होंने वैमनस्य को दूर करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। साथ ही, मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने भी काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की, जो दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाता है।
Sep 13, 2025, 14:51 IST
आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का वाराणसी दौरा
बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भगवान विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षित रखने के लिए सामाजिक समरसता का होना आवश्यक है। यदि हम नहीं चाहते कि भारत की स्थिति पड़ोसी देशों जैसी हो, तो हमें इस दिशा में कदम उठाने होंगे। आचार्य ने 7 नवंबर से 16 नवंबर तक पदयात्रा करने की योजना बनाई है, जिसका उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है।
पदयात्रा के उद्देश्य
मीडिया से बातचीत करते हुए शास्त्री ने कहा कि काशी आकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना और भारत को हिंदू राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने भगवान विश्वनाथ के चरणों में प्रार्थना की और कहा कि देश को बचाना होगा। वैमनस्य को समाप्त करना अत्यंत आवश्यक है। भारत को एक अघोषित हिंदू राष्ट्र मानते हुए, उन्होंने लोगों के विचारों में इस दिशा में बदलाव लाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री का दौरा
इससे पहले, शुक्रवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद, उन्होंने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का दौरा किया। विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा को भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने वाला बताया।