आईआईटी गांधीनगर में इंजीनियरिंग कोर्स की बढ़ती मांग: 2025 की रिपोर्ट
आईआईटी गांधीनगर की बढ़ती लोकप्रियता
आईआईटी गांधीनगरImage Credit source: आईआईटी गांधीनगर (फाइल फोटो)
संयुक्त कार्यान्वयन समिति (JIC) द्वारा जारी 2025 की नई रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ है कि आईआईटी गांधीनगर छात्रों के लिए एक प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान बना हुआ है। इस वर्ष, सभी स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों की रुचि में वृद्धि देखी गई है। विशेष रूप से कंप्यूटर साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईसीडीटी, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल ब्रांच में छात्रों की दिलचस्पी बढ़ी है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि तकनीकी क्षेत्रों में नए रुझान और मांगें छात्रों की पसंद को प्रभावित कर रही हैं।
कंप्यूटर साइंस और एआई की बढ़ती लोकप्रियता
आईआईटी गांधीनगर में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (CSE) कार्यक्रम छात्रों की पहली पसंद बना हुआ है। 2025 में इस शाखा के लिए 21,739 छात्रों ने आवेदन किया, जो पिछले वर्ष के 18,947 की तुलना में लगभग 14.73% की वृद्धि दर्शाता है। यह रुझान देशभर में बढ़ती आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स और साइबर सुरक्षा जैसी तकनीकों की मांग के अनुरूप है।
कंप्यूटर साइंस के बाद, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कार्यक्रम की लोकप्रियता में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2024 में जहां 16,223 छात्रों ने इसे चुना था, वहीं 2025 में यह संख्या बढ़कर 18,808 हो गई, यानी करीब 15.93% की बढ़ोतरी। छात्रों की बढ़ती दिलचस्पी दर्शाती है कि एआई का दायरा अब केवल टेक क्षेत्र तक सीमित नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, स्वचालन और उद्योगों में भी इसका प्रभाव बढ़ रहा है।
आईसीडीटी, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल में भी बढ़ी दिलचस्पी
इस वर्ष इंटीग्रेटेड सर्किट डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी (ICDT) में सबसे ज्यादा, यानी 26.32% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 2024 में इस कोर्स के लिए 8,335 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जो 2025 में बढ़कर 10,529 हो गए। यह रुझान सेमीकंडक्टर और चिप डिजाइन जैसे क्षेत्रों पर राष्ट्रीय ध्यान का नतीजा माना जा रहा है।
इसी तरह, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 13.64% और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 12.10% की वृद्धि देखी गई है। सिविल (13.52%), केमिकल (11.03%) और मैटेरियल्स इंजीनियरिंग (13.18%) में भी सुधार देखने को मिला है।
दिलचस्प बात यह है कि पांच वर्षीय ड्यूल डिग्री कार्यक्रमों (इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और कंप्यूटर साइंस) में इस बार किसी भी उम्मीदवार ने आवेदन नहीं किया।
कुल मिलाकर, आईआईटी गांधीनगर की लोकप्रियता 2025 में और बढ़ी है, जहां छात्र पारंपरिक और नई पीढ़ी की तकनीकी शाखाओं के बीच संतुलित रुचि दिखा रहे हैं।
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