आंध्र प्रदेश में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हत्या: विवाहेतर संबंधों का विवाद
हत्या की घटना का विवरण
तिरुपति में एक 36 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हत्या के मामले में पुलिस अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। यह घटना पिछले सप्ताह हुई थी, जब उसे कथित तौर पर जलाकर मार दिया गया। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए तीन विशेष टीमों का गठन किया है। यह मामला विवाहेत्तर संबंधों से संबंधित है।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, नागराजू एक प्रमुख भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी में वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे। उनकी कार में आग लगाने का आरोप तीन व्यक्तियों पर है, जिनमें रिपिंजया, चाणक्य प्रसाद और गोपीनाथ रेड्डी शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि नागराजू अपने छोटे भाई पुरुषोत्तम और एक आरोपी की पत्नी के बीच के विवाद को सुलझाने का प्रयास कर रहे थे।
नागराजू चित्तूर जिले के ब्राह्मणपल्ली गांव के निवासी थे। घटना तिरुपति जिले में हुई। चित्तूर के एसपी ने कहा कि एक आरोपी, रिपिंजया और पुरुषोत्तम पहले दोस्त थे, लेकिन प्रेम संबंधों के कारण उनके बीच तनाव बढ़ गया।
हाल के घटनाक्रमों ने दोनों परिवारों के बीच दुश्मनी को जन्म दिया। दोनों परिवार एक ही राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं।
एसपी ने बताया कि हाल ही में रिपिंजया ने पुरुषोत्तम के खेत में अवैध बिजली कनेक्शन की शिकायत की थी, जिसके कारण उन पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
शनिवार की रात, नागराजू को गोपीनाथ रेड्डी ने चर्चा के लिए बुलाया, लेकिन बातचीत विवाद में बदल गई। इसके बाद तीनों आरोपियों ने नागराजू को उसकी ही कार में आग लगा दी।
पुलिस के अनुसार, नागराजू विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहा था। पुरुषोत्तम ने हाल ही में बेंगलुरु में एक नई नौकरी प्राप्त की थी।
घटना का पता तब चला जब राहगीरों ने जलती हुई कार देखी और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया।
नायडूपेटा-पुथलपट्टू मार्ग पर गंगुडू पल्ले गांव के पास जली हुई कार में नागराजू का शव मिला। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और कार के नंबर के आधार पर पीड़ित की पहचान की।
नागराजू के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने नागराजू की पिटाई की और उसके हाथ-पैर बांधकर उसे कार में बंद करके आग लगा दी। जली हुई कार के पास पीड़िता की चेन, जूते और अन्य सामान मिले।