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आँखों की सेहत के लिए विटामिन बी का महत्व

आधुनिक जीवनशैली में स्वास्थ्य की अनदेखी से आँखों की समस्याएँ बढ़ रही हैं। विटामिन बी की कमी से आँखों में पीलापन, धुंधला दृष्टि और अन्य समस्याएँ हो सकती हैं। जानें कैसे सही आहार और सावधानियाँ अपनाकर इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
 

आधुनिक जीवन में स्वास्थ्य की अनदेखी

वर्तमान समय में, लोग अपनी सेहत का ध्यान रखने में लापरवाह होते जा रहे हैं। नई-नई सुविधाओं की खोज में, वे बीमारियों का शिकार बनते जा रहे हैं। अक्सर तब ही जागरूक होते हैं जब बीमारी पूरी तरह से हावी हो जाती है। यदि हम समय पर अपनी सेहत का ध्यान रखें, तो हम कई समस्याओं से बच सकते हैं।


आँखों की देखभाल का महत्व

आँखें हमारे शरीर का एक नाजुक हिस्सा हैं, और इनकी देखभाल करना अत्यंत आवश्यक है। आँखों में होने वाली छोटी-छोटी समस्याएँ भी अगर समय पर ठीक न की जाएं, तो यह गंभीर परिणाम दे सकती हैं। आज हम आँखों से जुड़ी कुछ समस्याओं पर चर्चा करेंगे, जो भविष्य में गंभीर खतरा बन सकती हैं।


विटामिन बी की कमी और आँखों पर प्रभाव

जैसे हमारे शरीर को विटामिन्स की आवश्यकता होती है, वैसे ही आँखों के लिए भी विटामिन बी आवश्यक है। विटामिन बी की कमी से आँखों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हाल ही में एक अध्ययन में यह सामने आया है कि अमेरिका जैसे विकसित देश में भी 40% लोग आँखों की समस्याओं से ग्रस्त हैं। इस शोध में यह पाया गया कि अधिकांश आँखों की बीमारियों का कारण विटामिन बी की कमी है।


विटामिन बी की कमी से होने वाली समस्याएँ

– आँखों में पीलापन आना।


– धुंधला या ब्लर दृष्टि।


– बार-बार आँखें झपकने की आदत।


– आँखों को स्थिर रखने में कठिनाई।


सावधानी बरतने की आवश्यकता

जो लोग विटामिन बी की कमी को पूरा नहीं करते, उनके लिए आँखों की रोशनी खोने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, विटामिन की कमी से नर्वस सिस्टम भी प्रभावित होता है। शोध से पता चला है कि यह समस्या अधिकतर बुजुर्गों में पाई जाती है, जिनकी आँखों की मांसपेशियाँ जल्दी कमजोर हो जाती हैं।


विटामिन बी की कमी को कैसे दूर करें

  1. शाकाहारी भोजन से विटामिन बी की कमी को पूरा किया जा सकता है।
  2. आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए मिर्च, गाजर, मीठा आलू, खुबानी, अजवायन के फूल, बटरनट स्क्वैश आदि का सेवन करें।
  3. सुबह के नाश्ते में ओट्स शामिल करें, जिससे विटामिन की कमी दूर हो सके।
  4. डेयरी उत्पाद जैसे दूध, पनीर, मक्खन, दही का सेवन बढ़ाएं।