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अहमदाबाद विमान दुर्घटना: एकमात्र जीवित बचे रमेश ने साझा किया अपना अनुभव

अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान AI171 की दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे रमेश विश्वासकुमार ने अपने अनुभव साझा किए हैं। उन्होंने बताया कि कैसे वह आग की लपटों से बच गए। यह घटना हाल के दिनों की सबसे बड़ी हवाई दुर्घटना मानी जा रही है, जिसमें 241 लोग मारे गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल का दौरा किया। जानें इस चमत्कारिक बचाव की पूरी कहानी।
 

दुर्घटना में जीवित बचे रमेश का अनुभव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना के एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति से मुलाकात की। रमेश विश्वासकुमार बुचरवाड़ा, जो एयर इंडिया के विमान AI171 में सवार 242 यात्रियों में से एक थे, चमत्कारिक रूप से इस दुर्घटना में बच गए। 38 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक रमेश गुरुवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त विमान में सीट 11A पर बैठे थे, जो आपातकालीन निकास द्वार के ठीक पीछे था। इस दुर्घटना में 200 से अधिक लोग मारे गए।दुर्घटना के कुछ क्षण बाद का एक वीडियो दिखाता है कि रमेश घायल अवस्था में एम्बुलेंस की ओर जा रहे हैं, जबकि अन्य लोग उनसे विमान में सवार अन्य यात्रियों के बारे में पूछ रहे हैं।रमेश ने बताया कि कैसे वह आग की लपटों से बच गए।


 


रमेश ने बताया कि वह विमान के बाईं ओर आपातकालीन द्वार के पास बैठे थे। उन्होंने कहा कि विमान उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद टूट गया, जिससे उनकी सीट मलबे से अलग हो गई और वह आग से बच गए। उन्होंने डॉक्टरों से कहा, "विमान टूट गया और मेरी सीट निकल गई। इस तरह मैं बच गया।"




रमेश ने स्पष्ट किया कि वह विमान से कूदे नहीं थे, बल्कि विमान के टूटने के समय उनकी सीट से बंधे हुए ही बाहर फेंके गए थे। उन्हें चोटें आईं और उन्हें ट्रॉमा वार्ड में निगरानी में रखा गया है। एक वायरल वीडियो में रमेश को एम्बुलेंस की ओर लंगड़ाते हुए दिखाया गया है, जबकि लोग उनसे अन्य यात्रियों के बारे में सवाल पूछ रहे हैं।




बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, जो लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए रवाना हो रहा था, गुरुवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे।


 


घटना के बाद की तस्वीरों में विमान के कुछ हिस्से बीजे मेडिकल कॉलेज में धंसे हुए दिखाई दे रहे थे, जिसमें इसके लैंडिंग गियर, धड़ और पूंछ के टुकड़े इमारत से बाहर निकल रहे थे।




अहमदाबाद स्थित एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने बताया कि विमान के पायलट ने उड़ान भरने के तुरंत बाद 'मेडे' संकट कॉल जारी किया, जो पूर्ण आपातकाल को दर्शाता है।


 


इस घटना की औपचारिक जांच चल रही है। विमान के ब्लैक बॉक्स की भी तलाश की जा रही है, ताकि यह समझा जा सके कि अंतिम क्षणों में क्या हुआ था।




एयर इंडिया के अनुसार, विमान में सवार यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई शामिल थे। अन्य 12 में दो पायलट और 10 चालक दल के सदस्य थे। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता विजय रूपाणी भी इस दुर्भाग्यपूर्ण उड़ान में सवार थे।


 


यह हाल के दिनों में देश की सबसे बड़ी हवाई दुर्घटना थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल का दौरा किया।




अधिकारियों ने बताया कि दोपहर करीब 1.30 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान ने अपनी ऊंचाई खो दी और मेघानीनगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के आवासीय क्वार्टर से टकरा गया, जिससे आग लग गई और हवा में घने काले धुएं का गुबार उठने लगा।