असम में बाढ़ और भूस्खलन से बढ़ी तबाही, 19 लोगों की मौत
बाढ़ की स्थिति
गुवाहाटी, 5 जून: बाढ़ और भूस्खलन की पहली लहर में मृतकों की संख्या 19 तक पहुंच गई है, जिसमें बुधवार को दो मौतें शामिल हैं। कछार जिले में एक व्यक्ति लापता है।
नदियों का बढ़ता जलस्तर
राज्य में नौ प्रमुख नदियाँ, जिनमें ब्रह्मपुत्र तीन स्थानों पर, खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। कछार जिले में बाराक नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, और इसकी सहायक नदियाँ भी बढ़ते जलस्तर का संकेत दे रही हैं।
प्रभावित क्षेत्र
वर्तमान बाढ़ की लहर ने 66 राजस्व सर्कलों में 1,494 गांवों को प्रभावित किया है, जिसमें श्रीभूमि में 339, नगाोन में 189, कछार में 166 और हाइलाकांडी में 156 गांव शामिल हैं।
श्रीभूमि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है, जहाँ 2,59,601 लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं, इसके बाद हाइलाकांडी में 1,72,439 और नगाोन में 1,02,716 लोग प्रभावित हैं।
फसल और पशुओं पर प्रभाव
अब तक बाढ़ के पानी में 14,977.99 हेक्टेयर फसल क्षेत्र डूब चुका है। लगभग 5,15,737 जानवर भी प्रभावित हुए हैं।
राहत कार्य
जिला प्रशासन ने 405 राहत शिविर खोले हैं, जहाँ 41,317 लोग शरण लिए हुए हैं। इसके अलावा, 1,12,324 राहत वितरण केंद्र भी खोले गए हैं।
इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान
राज्य के विभिन्न हिस्सों से सड़कों, पुलों, शैक्षणिक संस्थानों, आंगनवाड़ी केंद्रों, बिजली के खंभों और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान की रिपोर्ट मिली है।
रेलवे सेवाओं पर असर
उत्तर पूर्वी सीमांत रेलवे (NFR) के एक प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण असम के विभिन्न हिस्सों में रेलवे ट्रैक पर बढ़ते जल स्तर और वाशिंग पिट्स में जलभराव के कारण ट्रेन सेवाएँ प्रभावित हुई हैं।
रेलवे कर्मी ट्रैक को साफ करने के लिए चौकसी से काम कर रहे हैं।
कुछ छोटी दूरी की यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनें चल रही हैं।