अलीगढ़ में प्रेम विवाह के बाद दंपति की आत्महत्या का मामला
प्रेम विवाह के बाद का दुखद अंत
अलीगढ़ में तरुण उर्फ तन्नू और अंजली के बीच प्रेम संबंध विकसित हुए। चूंकि वे एक ही जाति के नहीं थे, उनके परिवारों ने इस रिश्ते पर पाबंदियां लगाईं। इस वजह से दोनों ने घर छोड़ने का निर्णय लिया और कहीं चले गए। बाद में उन्होंने प्रेम विवाह किया और वापस लौटे। शादी के बाद तरुण के परिवार ने उन्हें अपने घर में जगह दी, लेकिन एक महीने के भीतर ही अंजली और तरुण के बीच विवाद शुरू हो गया।
बन्ना देवी क्षेत्र के बीमा नगर में, प्रेम विवाह के 11वें महीने में, 24 दिसंबर को तरुण ने आत्महत्या कर ली। कुछ घंटों बाद, उसकी पत्नी ने भी आत्महत्या कर ली। दोनों परिवार एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अंजली को तरुण पर संदेह था, जो विवाद का मुख्य कारण बना।
पुलिस के अनुसार, 21 वर्षीय तरुण नगर निगम में ठेके पर काम करता था। अंजली उसके पड़ोस में रहती थी। दोनों ने मई 2024 में घर छोड़कर एक साथ रहने का निर्णय लिया। जनवरी 2025 में उन्होंने विवाह किया और वापस लौटे। हालांकि, शादी के बाद भी उनके बीच कलह बनी रही।
पड़ोसियों ने बताया कि रात में भी उनकी बहस होती थी। एक सुबह, जब तरुण कमरे से बाहर नहीं आया, तो उसके पड़ोसी ने उसे लटका हुआ पाया। परिवार ने उसे फंदे से उतारकर मेडिकल कॉलेज ले जाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद, अंजली ने भी अपने मायके से अपनी मौसी के घर जाकर आत्महत्या कर ली।
तरुण के परिवार ने अंजली और उसके परिवार पर आरोप लगाया कि वे उसे परेशान कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अंजली तरुण पर अन्य लड़कियों के साथ संबंध रखने का संदेह करती थी, जिससे विवाद बढ़ा। इस कारण तरुण ने आत्महत्या की।
अंजली के परिवार ने कहा कि उनके घर छोड़ने के बाद उनका उससे कोई संबंध नहीं था। उन्हें तरुण की आत्महत्या के कारणों की जानकारी नहीं थी।
तरुण तीन बहनों का इकलौता भाई था। उसके पिता भी मजदूरी करते हैं। जब उसने अंजली को घर से ले जाने का निर्णय लिया, तो परिवार नाराज था, लेकिन बाद में उन्होंने दोनों को स्वीकार कर लिया। एक महीने के भीतर ही विवाद बढ़ गया, जिसके बाद तरुण अपने परिवार से मिलने जाता था, लेकिन अंजली नहीं जाती थी।