×

अलीएक्सप्रेस ने भगवान जगन्नाथ के चित्र वाले डोरमैट को हटाया

चीनी ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म अलीएक्सप्रेस ने भगवान जगन्नाथ की छवि वाले एक विवादास्पद डोरमैट को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है। इस निर्णय के पीछे ओडिशा में उठी व्यापक आलोचना का हाथ है, जहां इसे धार्मिक भावनाओं के खिलाफ माना गया। उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा और अन्य नेताओं ने इस कृत्य की निंदा की और कंपनी से माफी की मांग की। जानें इस मामले में और क्या प्रतिक्रियाएं आईं।
 

अलीएक्सप्रेस पर विवाद

चीनी ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म अलीएक्सप्रेस ने भगवान जगन्नाथ की छवि वाले एक विवादास्पद डोरमैट को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है। इस उत्पाद का नाम था "लॉर्ड जगन्नाथ मंडला आर्ट मैट डोरवे नॉन-स्लिप सॉफ्ट वाटर अपटेक कार्पेट" और इसकी कीमत लगभग 787 रुपये थी। तस्वीरों में एक व्यक्ति इस डोरमैट पर खड़ा दिखाई दे रहा था, जिसे ओडिशा में आपत्तिजनक और अपमानजनक माना गया।


अलीएक्सप्रेस ने एक बयान में कहा कि इस आइटम की समीक्षा की गई और उसे हटा दिया गया है। कंपनी ने कहा, "समुदाय से मिली प्रतिक्रिया ने हमें अपने प्लेटफ़ॉर्म को बेहतर बनाने में मदद की है।"


जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया कि इस कृत्य से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने इस उत्पाद को 'आपत्तिजनक' बताते हुए कंपनी से माफी मांगने की मांग की।


राजनीतिक प्रतिक्रिया

परिदा ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "महाप्रभु जगन्नाथ ओडिया संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। मैं अलीएक्सप्रेस द्वारा उनकी छवि वाले पायदान बेचने की कड़ी निंदा करती हूं।"


ओडिशा की कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने भी इस कृत्य की आलोचना की और कहा कि यह लाखों भक्तों का अपमान है। उन्होंने कंपनी से तत्काल कार्रवाई की मांग की।


मंदिर प्रशासन ने इस मामले में पुरी के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि अलीएक्सप्रेस भगवान जगन्नाथ की छवि वाले पायदान बेच रहा है।


सामाजिक प्रतिक्रिया

प्रख्यात रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने भी इस कृत्य की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह लाखों भक्तों का अपमान है और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं पर गंभीर हमला है।