अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर इकबाल अंसारी की संतोषजनक प्रतिक्रिया
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण पूरा
अयोध्या भूमि विवाद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने गुरुवार को श्री राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण कार्य की समाप्ति पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने पवित्र स्थल पर ध्वजारोहण समारोह का स्वागत करते हुए कहा कि यह दशकों पुराना संघर्ष और कानूनी प्रक्रिया अब एक सुखद निष्कर्ष पर पहुँच गई है, जिससे अयोध्या और देश के लोग एकता के साथ आगे बढ़ सकें। अंसारी ने बताया कि राम मंदिर का निर्माण अब पूरा हो चुका है और प्राण-प्रतिष्ठा समारोह भी सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है। आज ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया जा रहा है, और लोग इसे शांतिपूर्वक मनाते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह एक ऐसा अवसर है जब सभी को एकजुट होना चाहिए।
नए अध्याय की शुरुआत
अंसारी ने मंदिर के निर्माण को शहर के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत बताया, जिसे एकता, आपसी सम्मान और निरंतर विकास के सिद्धांतों द्वारा संचालित किया जाना चाहिए। विवादित भूमि पर लंबी कानूनी लड़ाई में मुस्लिम पक्षकारों में से एक होने के नाते, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करने और सभी समुदायों के बीच शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। अंसारी ने कहा कि अयोध्या सभी के लिए है और हिंदू और मुस्लिम दोनों ही पीढ़ियों से यहाँ साथ-साथ रह रहे हैं। उनके अनुसार, इस शहर का सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व साम्प्रदायिक बंधनों को मजबूत करने का आधार होना चाहिए।
पर्यटकों की संख्या में वृद्धि
अंसारी ने प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की आवश्यकता पर भी ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर में बढ़ती भीड़ के साथ, शहर को बेहतर सुविधाओं, कनेक्टिविटी और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में चल रही विकास परियोजनाएँ अयोध्या को एक प्रमुख तीर्थ स्थल और विरासत केंद्र के रूप में विकसित कर रही हैं।
भाईचारे का संदेश
भाईचारे के माहौल का आह्वान करते हुए, अंसारी ने कहा कि राम मंदिर को विभाजन का प्रतीक नहीं, बल्कि शांति का प्रतीक बनना चाहिए। उन्होंने देशवासियों से सद्भाव का समर्थन करने और सभी धर्मों का सम्मान करने की अपील की। उनका मानना है कि अयोध्या की वास्तविक प्रगति केवल बुनियादी ढाँचे में ही नहीं, बल्कि नागरिकों के बीच एकता बनाए रखने में भी निहित है।