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अयोध्या में राम मंदिर का ध्वजारोहण समारोह: इकबाल अंसारी की प्रतिक्रिया

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के पूर्ण होने पर इकबाल अंसारी ने खुशी व्यक्त की है। उन्होंने ध्वजारोहण समारोह का स्वागत करते हुए इसे एकता का अवसर बताया। अंसारी ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के आने को सौभाग्यपूर्ण बताया और समारोह से पहले स्वच्छता अभियान की जानकारी दी। इसके अलावा, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करने की बात भी कही। इस लेख में अंसारी की प्रतिक्रिया और समारोह की तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
 

राम मंदिर के निर्माण पर संतोष

अयोध्या भूमि विवाद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने गुरुवार को श्री राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के पूर्ण होने पर खुशी व्यक्त की और पवित्र स्थल पर ध्वजारोहण समारोह का स्वागत किया। अंसारी ने कहा कि यह दशकों पुराना संघर्ष और कानूनी प्रक्रिया अब अंततः एक शांतिपूर्ण समाधान पर पहुँच गई है, जिससे अयोध्या और देश के लोग एकता के साथ आगे बढ़ सकें। उन्होंने बताया कि राम मंदिर अब तैयार है और प्राण-प्रतिष्ठा समारोह भी सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है। आज ध्वजारोहण समारोह हो रहा है, और हम सभी को इसे मनाते हुए देख रहे हैं। यह एक ऐसा अवसर है जब हमें एकजुट होना चाहिए।


कार्यक्रम में निमंत्रण और स्वच्छता अभियान

अंसारी ने बताया कि उन्हें इस समारोह के लिए निमंत्रण भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण कार्य अब पूरा हो चुका है और प्रधानमंत्री मोदी को ध्वजारोहण का अवसर मिला है। अंसारी ने कहा कि अयोध्या में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है और सभी का विकास होना चाहिए। ध्वजारोहण समारोह को लेकर सभी लोग उत्साहित हैं। इस बीच, 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण समारोह से पहले अयोध्या में स्वच्छता अभियान चलाया गया है।


इकबाल अंसारी का परिचय

- इकबाल अंसारी को अयोध्या में राम मंदिर के 'भूमि पूजन' का पहला निमंत्रण पत्र मिला, और वे अयोध्या भूमि विवाद मामले के वादियों में से एक हैं।


- उनके पिता हाशिम अंसारी, जो इस मामले के सबसे बुजुर्ग वादी थे, का 2016 में निधन हो गया, जिसके बाद इकबाल ने अदालत में इस मामले की पैरवी की।


- अंसारी ने इसे सौभाग्य की बात माना कि मोदी अयोध्या आ रहे हैं और उन्होंने सुझाव दिया कि उन्हें 'प्राण प्रतिष्ठा' अनुष्ठान करना चाहिए।


सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अंसारी की प्रतिक्रिया

राम जन्मभूमि-बाबरी ढाँचा विवाद में 2019 में सुप्रीम कोर्ट के हिंदू पक्ष के पक्ष में दिए गए फैसले के बाद, अंसारी ने मीडिया से कहा कि उन्होंने इस फैसले को स्वीकार कर लिया है और उसका स्वागत किया है। उन्होंने कहा, "हमने पहले ही कहा था कि अदालत का जो भी निर्णय होगा, हम उसे मानेंगे। अब हम इस फैसले का स्वागत करते हैं।" जब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने की घोषणा की, तो अंसारी ने इससे दूरी बना ली। उन्होंने कहा, "पुनर्विचार याचिका दायर करने का कोई लाभ नहीं है क्योंकि परिणाम वही रहेगा... इससे सौहार्दपूर्ण माहौल भी प्रभावित होगा।"