अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा का भव्य आयोजन, श्रद्धालुओं की भारी भीड़
ब्रह्म मुहूर्त में शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा
अक्षय नवमी की पूर्व संध्या पर रामनगरी ने एक बार फिर अद्भुत आस्था का नजारा प्रस्तुत किया। सुबह 4:51 बजे ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हुई चौदह कोसी परिक्रमा में श्रद्धालुओं की विशाल भीड़ उमड़ पड़ी। हल्की बारिश के बावजूद श्रद्धा और उत्साह की लहरें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हर ओर 'जय श्रीराम' के उद्घोष गूंज रहे हैं, और सम्पूर्ण अयोध्या भक्ति में डूबी हुई है।
14 कोसी परिक्रमा में श्रद्धा का सैलाब
दर्शन नगर, देवकाली, जनौरा, नाका हनुमानगढ़ी, मौदहा, सिविल लाइन स्थित हनुमान मंदिर, सहादतगंज और अफीम कोठी जैसे प्रमुख पड़ावों से लाखों परिक्रमार्थियों ने अपनी यात्रा शुरू की। 42 किलोमीटर लंबे मार्ग पर श्रद्धालुओं के कदम थम नहीं रहे हैं, आस्था की बारिश, भक्ति की यात्रा और भगवान राम के प्रति अटूट विश्वास हर चेहरे पर झलक रहा है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क, जल प्याऊ, चिकित्सा शिविर और विश्राम स्थलों की व्यवस्था की है। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखा गया है, आईजी रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार, एसएसपी गौरव ग्रोवर और जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे स्वयं फील्ड पर रहकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
बूंदाबांदी के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह
हालांकि बूंदाबांदी के कारण कुछ कठिनाइयाँ आईं, लेकिन श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। रामनगरी की गलियाँ, घाट और मार्ग भक्तों के जयघोष से गूंज उठे हैं। अयोध्या एक बार फिर साबित कर रही है कि जहाँ राम हैं, वहाँ विश्वास अडिग है और भक्ति अटूट है।
परिक्रमार्थियों की सेवा के लिए श्री रामाय सेवा ट्रस्ट का कैंप
श्री रामाय सेवा ट्रस्ट ने देवकाली भीखापुर में परिक्रमार्थियों के लिए सेवा कैंप स्थापित किया। इसका शुभारंभ पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, अवधेश पांडेय बादल और शिवेंद्र सिंह ने किया। इस कैंप में चाय-पानी, चिकित्सा सुविधा, विश्राम स्थल, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट और टॉयलेट की व्यवस्था की गई। हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा, 'सेवा ही सच्ची साधना है।' श्रद्धालु कैंप में आते रहे और श्रीराम के जयघोष से वातावरण भक्तिमय बना रहा।