अमेरिका ने परमाणु परीक्षणों को तेज करने का आदेश दिया, रूस की नई तकनीक के चलते
ट्रंप का बड़ा निर्णय
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है, जिससे वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। ट्रंप ने अपने देश के परमाणु हथियार परीक्षण कार्यक्रमों को तुरंत तेज करने का निर्देश दिया है। यह निर्णय रूस की हालिया प्रगति के संदर्भ में आया है।
रूस ने हाल ही में परमाणु-संचालित पानी के भीतर चलने वाले ड्रोन और परमाणु-सक्षम क्रूज मिसाइलों के सफल परीक्षण का दावा किया है, जिससे ट्रंप की चिंता बढ़ गई है।
ट्रंप का सोशल मीडिया पर ऐलान
30 अक्टूबर को, ट्रंप दक्षिण कोरिया के बुसान में मरीन वन हेलीकॉप्टर में सवार होकर शी जिनपिंग से मिलने जा रहे थे। इसी दौरान, उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक महत्वपूर्ण पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने कहा कि अन्य देशों के परीक्षणों के कारण, उन्होंने अपने युद्ध विभाग को परमाणु हथियारों के परीक्षण को शुरू करने का निर्देश दिया है।
इस पोस्ट में रूस और चीन का विशेष उल्लेख किया गया था। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका के पास अन्य देशों की तुलना में अधिक परमाणु हथियार हैं और उन्होंने मौजूदा हथियारों के नवीनीकरण के प्रयासों की सराहना की।
रूस की नई तकनीक का प्रभाव
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में एक नए परमाणु-संचालित अंडरवाटर ड्रोन के सफल परीक्षण की घोषणा की है। पुतिन का यह बयान अमेरिका के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि रूस अपनी सैन्य ताकत को बढ़ा रहा है।
चीन ने भी पिछले पांच वर्षों में अपनी परमाणु क्षमता को दोगुना कर दिया है, और हाल ही में विजय दिवस परेड में नए परमाणु-सक्षम हथियार प्रदर्शित किए हैं। इस स्थिति में, ट्रंप के सामने अमेरिका की परमाणु शक्ति को बनाए रखने की चुनौती है।