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अमित शाह ने राहुल गांधी की 'घुसपैठिया बचाओ यात्रा' पर साधा निशाना

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के पूर्णिया में एक चुनावी रैली में राहुल गांधी की 'घुसपैठिया बचाओ यात्रा' पर तीखा हमला किया। उन्होंने घुसपैठियों को राज्य से बाहर निकालने का संकल्प लिया और कहा कि भाजपा और एनडीए अगले पांच वर्षों में हर अवैध गतिविधि को समाप्त करेंगे। शाह ने यह भी कहा कि घुसपैठियों को मतदाता सूची से हटाना चाहिए और उन्हें अपने देश लौटना होगा। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान हुआ है, और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा।
 

केंद्रीय गृह मंत्री का बयान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बिहार के पूर्णिया जिले के बनमनखी में एक चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'घुसपैठिया बचाओ यात्रा' पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि क्या हमें घुसपैठियों को बाहर नहीं निकालना चाहिए? राहुल और लालू के बेटे ने हाल ही में यह यात्रा शुरू की है, जिसका उद्देश्य सीमांचल को घुसपैठियों का गढ़ बनाना है। लेकिन हम न केवल सीमांचल से, बल्कि पूरे बिहार से हर एक घुसपैठिए को बाहर निकालने का संकल्प लेते हैं। ये लोग हमारे युवाओं के रोजगार को छीनते हैं, गरीबों का राशन हड़प लेते हैं और देश की सुरक्षा को भी खतरे में डालते हैं।


भाजपा और एनडीए की योजना

अमित शाह ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी और एनडीए अगले पांच वर्षों में घुसपैठियों को राज्य से बाहर निकालने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम न केवल घुसपैठियों को बाहर करेंगे, बल्कि उनके द्वारा किए गए अतिक्रमण को भी समाप्त कर देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि लालू के शासनकाल में अवैध धंधे स्थापित हुए और घुसपैठियों ने उन्हें बढ़ावा दिया। अगले पांच वर्षों में, भाजपा और एनडीए सरकार सीमांचल में हर अवैध गतिविधि को समाप्त कर देगी।


मतदाता सूची से हटाने का सवाल

इसके अलावा, शाह ने यह सवाल उठाया कि क्या घुसपैठियों को मतदाता सूची से हटाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें अपने देश लौटना होगा और सीमांचल में उनके लिए कोई स्थान नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'हम घुसपैठियों का पता लगाएंगे, उन्हें मतदाता सूची से हटाएंगे और निर्वासित करेंगे।' उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई चूक हुई, तो जंगल राज फिर से लौट सकता है।


बिहार में चुनावी स्थिति

अमित शाह ने यह भी बताया कि लालू और राबड़ी के 15 साल के शासन में विधायकों की हत्याएँ, लूट, बलात्कार और अपहरण आम बात थी। नीतीश कुमार ने जंगल राज का अंत किया है। बिहार चुनाव के पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राज्य के इतिहास में सबसे अधिक है। पहले चरण का मतदान हाल ही में संपन्न हुआ, और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान होना है। बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।