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अमित शाह ने पटना में सरदार पटेल की जयंती पर कांग्रेस पर साधा निशाना

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पटेल की देन से आज का भारत बना है और कांग्रेस ने उन्हें भुलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शाह ने इस अवसर पर भव्य परेड और रन फॉर यूनिटी के आयोजन की जानकारी भी दी। जानें इस महत्वपूर्ण भाषण की और बातें।
 

सरदार पटेल की जयंती पर अमित शाह का संबोधन

केंद्रीय गृहमंत्री अम‍ित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्तमान में पटना में हैं, जहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस 31 अक्टूबर को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस (सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती) के संदर्भ में आयोजित की गई थी। गृहमंत्री ने बताया कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एक भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भारत का नक्शा सरदार पटेल की देन है और कांग्रेस ने इसे भुलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

हालांकि, बिहार में चुनाव का माहौल है, लेकिन सरदार पटेल की 150वीं जयंती कल है। एकता नगर केवड़िया में भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। सरदार पटेल ने भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा कि इस बार विशेष आयोजन किया जा रहा है। हर साल 31 अक्टूबर को भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा, जो सेना और पुलिस बल के सम्मान में होगा। इस बार रन फॉर यूनिटी का आयोजन भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, जो सभी राज्यों में होगा।

गृहमंत्री ने कहा कि सभी नागरिक देश की एकता और अखंडता की शपथ लेंगे। एक भारत पर्व का आयोजन भी एकता नगर में किया गया है, जिसमें बिरसा मुंडा के लिए आदिवासी परंपरा का अद्भुत आयोजन किया गया है।

पटेल की विचारधारा का महत्व

अमित शाह ने कहा कि पटेल एक विचारधारा का प्रतीक हैं और स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी रहे हैं। महात्मा गांधी ने उन्हें 'सरदार' की उपाधि दी थी। अंग्रेजों ने 562 रियासतों में देश को बांट रखा था, जिसे पटेल ने एकीकृत किया। आज का भारत पटेल की देन है। उन्होंने पाकिस्तान कॉरिडोर बनाने के प्रयास को भी निरस्त किया।

कांग्रेस पर आरोप

अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के बाद से पटेल को भुलाने में कांग्रेस ने कोई कसर नहीं छोड़ी। भारत रत्न मिलने में देरी हुई, और ना ही कोई समाधि या स्मारक बना। पीएम मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण हुआ, जिसमें देशभर के किसानों से लोहा एकत्रित किया गया। अब तक यहां ढाई करोड़ लोग पहुंच चुके हैं।