अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय और प्रयोगशाला की आधारशिला रखी
छत्तीसगढ़ में नई पहल का आगाज़
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर अटल नगर में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की आधारशिला रखी। शाह इस दौरान राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं, जिसमें वह सुरक्षा शिविरों का दौरा करेंगे और नक्सल विरोधी अभियानों पर चर्चा करेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह और अन्य मंत्री भी उपस्थित थे.
आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार
अमित शाह ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ की आपराधिक न्याय प्रणाली के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि तीन नई पहलों की शुरुआत की जा रही है। इनमें से पहली पहल नवा रायपुर में एनएफएसयू का निर्माण है, दूसरी केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की नींव है, और तीसरी पहल स्थायी परिसर की शुरुआत है, जो तब तक चलेगा जब तक नया भवन तैयार नहीं हो जाता।
निवेश और औद्योगिक विकास
शाह ने बताया कि ये पहल न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि मध्य भारत के लिए भी आपराधिक न्याय प्रणाली को मजबूत करेंगी। उन्होंने छत्तीसगढ़-आईहब का उद्घाटन भी किया और कहा कि राज्य में 5 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि जब तक वे खुद उद्योगपति नहीं बनेंगे, तब तक छत्तीसगढ़ में औद्योगिक क्रांति संभव नहीं है।
नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कदम
गृह मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सल ऑपरेशनों को तेज़ी से आगे बढ़ाया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 31 मार्च 2026 तक देश नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा। उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि वे हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हों और आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं।
अटल बिहारी वाजपेयी का योगदान
अमित शाह ने कहा कि यह अटल बिहारी वाजपेयी का शताब्दी वर्ष है और छत्तीसगढ़ के निर्माण का श्रेय उन्हें जाता है। उन्होंने वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी श्रेय दिया और बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार अपने 25वें वर्ष को अटल निर्माण वर्ष के रूप में मनाने जा रही है।