अमरनाथ यात्रा में पंजीकरण में गिरावट, उपराज्यपाल ने दी जानकारी
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि पहलगाम में आतंकी हमले के कारण इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि हमले से पहले 2.36 लाख तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन अब तक केवल 85,000 ने अपनी पुष्टि की है। उपराज्यपाल ने सुरक्षा उपायों और प्रशासन के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी, जिससे तीर्थयात्रियों का विश्वास लौट रहा है।
Jun 26, 2025, 17:54 IST
अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण में कमी
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को बताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 10 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है। सिन्हा ने राजभवन में संवाददाताओं से कहा कि 22 अप्रैल की घटना से पहले तीर्थयात्रियों का पंजीकरण अच्छी गति से चल रहा था, लेकिन उसके बाद इसमें गिरावट आई। पिछले वर्ष की तुलना में पंजीकरण में 10.19 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
उपराज्यपाल ने कहा कि पहलगाम क्षेत्र के बैसरन में हुए हमले से पहले लगभग 2.36 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे। उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा बलों द्वारा उठाए गए कदमों के कारण तीर्थयात्रियों में विश्वास लौट रहा है, जिसके परिणामस्वरूप पंजीकरण में फिर से तेजी आई है।" सिन्हा ने यह भी बताया कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने 22 अप्रैल से पहले पंजीकरण कराने वाले तीर्थयात्रियों के लिए दोबारा सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि अब तक 85,000 तीर्थयात्रियों ने अपने पंजीकरण की पुष्टि की है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पंजीकरण में तेजी आएगी। जब उनसे पूछा गया कि क्या आतंकी हमले ने इस वर्ष अमरनाथ यात्रा को प्रभावित किया है, तो सिन्हा ने कहा कि इसका प्रभाव पूरे जम्मू-कश्मीर, विशेषकर घाटी पर पड़ा है। उन्होंने यह भी बताया कि काफिला लखनपुर से शुरू होगा और यात्रा भगवती नगर से प्रारंभ होगी। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काफिले के साथ यात्रा करने वाले सभी लोगों के लिए व्यवस्था की जा रही है। मैं निजी वाहनों से यात्रा करने वाले लोगों से भी अनुरोध करता हूं कि वे काफिले के साथ यात्रा करें।
उन्होंने कहा कि इस बार हेली सेवाएं बंद कर दी गई हैं। श्राइन बोर्ड और प्रशासन मिलकर यात्रियों, पोनीवालों और पिट्ठूवालों का बीमा करवाते हैं। मेरा आग्रह है कि देश में यह संदेश जाए कि कश्मीर के लोगों की मेहमाननवाजी का कोई मुकाबला नहीं कर सकता। वार्षिक अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए इस बार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कुल 180 कंपनियां तैनात की गई हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में 30 अधिक हैं।