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अमरनाथ यात्रा: 6,400 तीर्थयात्रियों का तीसरा जत्था रवाना

अमरनाथ गुफा मंदिर की वार्षिक यात्रा के तहत 6,400 से अधिक तीर्थयात्रियों का तीसरा जत्था जम्मू के भगवती नगर से रवाना हुआ। यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, तीर्थयात्रियों के लिए बहु-स्तरीय सुरक्षा घेरे का निर्माण किया गया है। इस यात्रा में शामिल होने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ रही है, और अब तक साढ़े तीन लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। जानें इस यात्रा की पूरी जानकारी और सुरक्षा उपायों के बारे में।
 

तीर्थयात्रियों का जत्था जम्मू से निकला

दक्षिण कश्मीर के हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 6,400 से अधिक तीर्थयात्रियों का तीसरा समूह शुक्रवार को जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से दो अलग-अलग काफिलों में प्रस्थान किया। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की।


अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल से शुरू हुई 38 दिवसीय वार्षिक यात्रा के दौरान लगभग 14,000 तीर्थयात्री 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं।


इस तीसरे जत्थे में 4,723 पुरुष, 1,071 महिलाएं, 37 बच्चे और 580 साधु-साध्वियां शामिल हैं, जो 291 वाहनों में यात्रा कर रहे हैं। यह जत्था केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा में भगवती नगर यात्री निवास से दो समूहों में बृहस्पतिवार रात सवा तीन बजे और शुक्रवार सुबह चार बजे बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना हुआ।


जहां 138 वाहनों में 3,622 तीर्थयात्री पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग का चयन कर रहे हैं, वहीं 153 वाहनों में 2,789 तीर्थयात्री छोटे लेकिन कठिन 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग का चयन कर रहे हैं।


बुधवार से अब तक कुल 17,549 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी की ओर बढ़ चुके हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बावजूद यात्रा कड़ी सुरक्षा के बीच सामान्य रूप से जारी है।


भगवती नगर आधार शिविर को बहु-स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। अब तक साढ़े तीन लाख से अधिक लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। जम्मू में 34 आवास केंद्र बनाए गए हैं और तीर्थयात्रियों को 'रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन' (आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं। यात्रा करने के इच्छुक तीर्थयात्रियों के लिए मौके पर पंजीकरण के लिए 12 काउंटर स्थापित किए गए हैं।