अखिलेश यादव ने लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग की
लद्दाख में प्रदर्शन और सपा की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लद्दाख में हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों को केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वादाखिलाफी का परिणाम बताया है।
उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन की सीमा से सटे इस संवेदनशील क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सरकार को वहां की जनता की मांगों को स्वीकार करना चाहिए।
एक प्रेस वार्ता में, जब उनसे लद्दाख में भाजपा कार्यालय को आग लगाने के बारे में पूछा गया, तो यादव ने कहा, 'हम हिंसा का समर्थन नहीं करते हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी हिंसा को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'लेह-लद्दाख के नेताओं और काउंसिल के सदस्यों को भाजपा ने आश्वासन दिया था कि उन्हें राज्य का दर्जा और शक्तियां वापस दी जाएंगी। याद रखें, केवल मुनाफा कमाना ही भ्रष्टाचार नहीं है, बल्कि वादाखिलाफी भी भ्रष्टाचार है। भाजपा ने यही किया, और इसका परिणाम यह हुआ कि उनके कार्यालय को आग लगा दी गई।'
यादव ने कहा, 'भाजपा ने लेह-लद्दाख के लोगों को कई बार आश्वासन दिया है।' उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि यह एक संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र है, इसलिए सरकार को वहां के लोगों की मांगों को मान लेना चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि अतीत में चीन ने वहां घुसपैठ की थी, जिससे हमारी सेना को अपमानित होना पड़ा था। इसलिए, सीमाओं की सुरक्षा के लिए सरकार को अधिक बजट आवंटित करना चाहिए और वहां खुशहाली लानी चाहिए।