अखिलेश यादव ने भाजपा की विदेश नीति को बताया विफल, टैरिफ पर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा की विदेश नीति को विफल बताते हुए अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण भारतीय व्यवसायों को हो रहे नुकसान पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह टैरिफ केवल पेटेंट उत्पादों पर लागू होता है, जबकि जेनेरिक दवाओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही, उन्होंने जीएसटी सुधारों पर भी सरकार की आलोचना की। जानें इस मुद्दे पर उनके विचार और भारतीय दवा उद्योग की स्थिति के बारे में।
Sep 26, 2025, 18:17 IST
अखिलेश यादव की कड़ी आलोचना
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी की विदेश नीति को "विफल" करार दिया। उन्होंने अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के चलते भारतीय व्यवसायों को हो रहे नुकसान के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 1 अक्टूबर से प्रभावी होने वाले ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद आई है।
अखिलेश यादव ने एक मीडिया चैनल से कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण हमारी अर्थव्यवस्था को लगातार नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि टैरिफ के कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है और यह भाजपा की विफलता है कि हमारे व्यवसाय और राष्ट्र को नुकसान हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि 50-100% टैरिफ लागू हो जाए तो व्यापारी क्या करेंगे? यह टैरिफ केवल पेटेंट या ब्रांडेड उत्पादों पर लागू होता है, जबकि जेनेरिक दवाओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत द्वारा अमेरिका को निर्यात में मुख्य रूप से जेनेरिक दवाएं और सक्रिय दवा सामग्री (एपीआई) शामिल हैं, जो इस टैरिफ के दायरे में नहीं आतीं।
इंडियन फार्मास्युटिकल अलायंस (आईपीए) के महासचिव सुदर्शन जैन ने कहा, "यह 100 प्रतिशत टैरिफ अमेरिका के बाहर निर्मित पेटेंट ब्रांडेड उत्पादों पर लागू होता है। भारत अमेरिका को ज्यादातर जेनेरिक उत्पाद ही निर्यात करता है। भारत लगभग 10 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य की दवाइयाँ अमेरिका को निर्यात करता है, जिसमें मुख्य रूप से जेनेरिक उत्पाद और एपीआई शामिल हैं। इसलिए इस आदेश का भारत पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।"
भारतीय दवा उद्योग वैश्विक टीकों की मांग का 50 प्रतिशत से अधिक, अमेरिका में जेनेरिक दवाओं की मांग का 40 प्रतिशत और ब्रिटेन में सभी दवाओं का 25 प्रतिशत आपूर्ति करता है। भारत का वार्षिक दवा और दवा निर्यात वित्त वर्ष 25 में रिकॉर्ड 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया, जो मार्च में साल-दर-साल 31 प्रतिशत की वृद्धि से मजबूत हुआ। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दवा और दवा निर्यात अगस्त 2024 में 2.35 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर अगस्त 2025 में 2.51 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
अखिलेश यादव ने जीएसटी सुधारों पर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि क्या सरकार पिछले नौ वर्षों से जीएसटी के नकारात्मक प्रभावों से अनजान थी। उन्होंने कहा कि नए सुधार केवल सरकार के मुनाफे को बनाए रखने के लिए हैं, क्योंकि एक क्षेत्र में जीएसटी बढ़ाया गया है और दूसरे में इसे घटाया गया है।