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अखिलेश यादव ने गोरखपुर में कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने गोरखपुर में एक मेडिकल छात्र की हत्या पर उत्तर प्रदेश सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इस घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्वाचन क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की ध्वस्तता का उदाहरण बताया। यादव ने मारे गए छात्र के परिवार के लिए 5 करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की। उन्होंने गोरखपुर में बढ़ते अपराधों पर चिंता जताते हुए पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए। जानें इस मामले में और क्या कहा गया।
 

गोरखपुर में मेडिकल छात्र की हत्या पर सपा प्रमुख की प्रतिक्रिया

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने मंगलवार को गोरखपुर के मऊचापी गाँव में पशु तस्करों के साथ हुई मुठभेड़ में एक मेडिकल छात्र की मौत पर उत्तर प्रदेश सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस घटना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्वाचन क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति को उजागर किया है। यादव ने आरोप लगाया कि इस क्षेत्र में लगातार अपराध हो रहे हैं, जिसमें एक व्यापारी की हत्या भी शामिल है।


पुलिस की कार्रवाई पर सवाल

सपा नेता ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब गोरखपुर में ऐसी घटना हुई है। इससे पहले भी यहाँ एक व्यापारी की हत्या की गई थी। गोरखपुर और उसके आस-पास अन्याय की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिससे कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठते हैं। उन्होंने पूछा कि पुलिस इस स्थिति में क्या कर रही है। यह प्रतिक्रिया उस समय आई जब 19 वर्षीय NEET अभ्यर्थी दीपक गुप्ता की हत्या के बाद गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में हिंसक विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम हुआ।


सरकार से मुआवजे की मांग

अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार से गोरखपुर में पशु तस्करी की जांच करने का आग्रह किया। उन्होंने मारे गए मेडिकल छात्र के परिवार के लिए 5 करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में गोवंश की तस्करी और इस तरह की जघन्य हत्याओं में कौन लोग शामिल हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। यादव ने यह भी कहा कि मेडिकल की पढ़ाई महंगी होती है, इसलिए सरकार को पीड़ित परिवार की मदद करनी चाहिए।


गोरखपुर की राजनीतिक स्थिति

समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने गोरखपुर के राजनीतिक महत्व को देखते हुए इस मुद्दे की गंभीरता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गाजीपुर, कौशाम्बी और गोरखपुर में इस तरह के अपराध लगातार हो रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है, और यदि वहाँ ऐसी घटनाएँ होती हैं, तो यह एक गंभीर चिंता का विषय है।