अंकित चव्हाण को मिली मुंबई अंडर-14 टीम की कोचिंग की जिम्मेदारी
स्पॉट फिक्सिंग का मामला और अंकित चव्हाण की वापसी
2013 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में हुए स्पॉट फिक्सिंग ने क्रिकेट की दुनिया को हिला कर रख दिया था। इस विवाद के चलते भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स (RR) के दो खिलाड़ियों का करियर प्रभावित हुआ। इस मामले में RR के एक पूर्व स्पिनर को जेल की सजा भी मिली थी। हालांकि, सबूतों की कमी के कारण कोर्ट ने सभी खिलाड़ियों को बरी कर दिया, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन पर कड़ी कार्रवाई की। अब, उसी खिलाड़ी को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
मुंबई अंडर-14 टीम के हेड कोच बने अंकित चव्हाण
स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए गए राजस्थान रॉयल्स के पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण को MCA ने अंडर-14 टीम का हेड कोच नियुक्त किया है। BCCI ने 2013 में अंकित पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था, जिसे 2021 में घटाकर सात साल कर दिया गया। अंकित ने 2023 में क्लब क्रिकेट में वापसी की और मुंबई के कर्नाटक स्पोर्ट्स क्लब के लिए खेलना जारी रखा। इसके साथ ही, उन्होंने क्रिकेट कोचिंग के लिए लेवल-1 की परीक्षा भी पास की। इस पर अंकित ने MCA का आभार व्यक्त किया।
अंकित चव्हाण का MCA को धन्यवाद
हेड कोच बनने के बाद अंकित चव्हाण ने कहा कि यह उनके करियर की नई शुरुआत है, जिसका वह लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा, "मैं मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे यह अवसर दिया। मेरा उद्देश्य अंडर-14 टीम के खिलाड़ियों को उत्कृष्ट कोचिंग प्रदान करना है।"
स्पॉट फिक्सिंग का पूरा मामला
IPL 2013 में एस. श्रीसंत, अजीत चंडिला और अंकित चव्हाण पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे थे। इसके बाद BCCI की अनुशासन समिति ने तीनों पर आजीवन प्रतिबंध लगाया। हालांकि, 2015 में दिल्ली की ट्रायल कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सभी को बरी कर दिया, लेकिन BCCI ने प्रतिबंध जारी रखा। जून 2021 में, BCCI ने सभी पर लगे प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया। अंकित ने मुंबई के लिए 18 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 571 रन और 53 विकेट लिए हैं।
MCA की नई नियुक्तियाँ
मुंबई क्रिकेट संघ ने घरेलू सीजन के लिए कोच और चयनकर्ता नियुक्तियों की भी घोषणा की है। ओंकार साल्वी को मुंबई रणजी टीम का हेड कोच बनाए रखा गया है, जिन्होंने टीम के प्रदर्शन में सुधार किया है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर संदीप पाटिल को चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में भी बरकरार रखा गया है।