UP TET परीक्षा स्थगित: 2.5 लाख शिक्षकों पर प्रभाव और सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
UP TET परीक्षा की नई तारीख का इंतजार
UP TET अब मई में आयोजित होने की संभावना है. (सांकेतिक तस्वीर)Image Credit source: News Media
हाल ही में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को नया अध्यक्ष मिला है। प्रशांत कुमार, जो पहले कार्यवाहक डीजीपी थे, ने हाल ही में आयोग के अध्यक्ष का पद संभाला। मंगलवार को उनकी अध्यक्षता में आयोग की पहली बैठक हुई, जिसमें 28 और 29 जनवरी को होने वाली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP TET) को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। हालांकि, आयोग ने इस निर्णय के पीछे का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है। माना जा रहा है कि नकलविहीन परीक्षा के लिए आयोग को तैयारी के लिए कम से कम दो महीने की आवश्यकता है, जबकि UP TET अगले महीने ही आयोजित होने वाली थी। इस कारण से परीक्षा को स्थगित किया गया है.
इस निर्णय का प्रभाव प्रदेश के लाखों उम्मीदवारों पर पड़ा है, विशेषकर 2.5 लाख से अधिक नॉन TET शिक्षकों पर, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार TET पास करना अनिवार्य है। आइए जानते हैं कि UP TET के स्थगन का इन शिक्षकों पर क्या असर पड़ा है.
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय और TET की अनिवार्यता
पिछले महीने, सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे सभी नॉन TET शिक्षकों के लिए TET को अनिवार्य कर दिया। कोर्ट ने शिक्षकों को TET पास करने के लिए 2 साल का समय दिया है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनकी नौकरी पर संकट आ सकता है। इस निर्णय से देशभर में 20 लाख से अधिक नॉन TET शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं, जिनमें यूपी के 2.5 लाख शिक्षक शामिल हैं। इस मुद्दे पर शिक्षक संगठनों ने आंदोलन किया है, और कई राज्यों की सरकारें सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार के लिए याचिका दायर कर चुकी हैं.
CTET में आवेदन की प्रक्रिया
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद नॉन TET शिक्षकों की स्थिति कठिन हो गई है। ऐसे में, वे सीबीएसई द्वारा आयोजित सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (CTET) में शामिल होने के लिए आवेदन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय संयुक्त महामंत्री अमित कुमार सिंह के अनुसार, बड़ी संख्या में नॉन TET शिक्षकों ने CTET में आवेदन किया है। हालांकि, डायट की ओर से शिक्षकों को रिजल्ट नहीं दिया जाता है, लेकिन CTET में आवेदन के लिए नंबरों की आवश्यकता होती है, इसलिए शिक्षकों ने डायट से रिजल्ट लेकर आवेदन किया है.
प्रदेश सरकार के नोटिफिकेशन का इंतजार
UP TET के स्थगन से नॉन TET शिक्षकों पर इसके प्रभाव को लेकर अमित कुमार सिंह का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने नॉन TET शिक्षकों को TET पास करने का आदेश दिया है, जिसके लिए 2 साल का समय निर्धारित है। इस निर्णय से प्रदेश के 2.5 लाख शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं। वे मानते हैं कि UP TET का स्थगन इन शिक्षकों के लिए एक झटका है, लेकिन यह कोई चुनौती नहीं है।
वे बताते हैं कि जब तक प्रदेश सरकार नोटिफिकेशन जारी नहीं करती, तब तक सुप्रीम कोर्ट का निर्णय लागू नहीं होगा। प्रदेश सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी नॉन TET शिक्षकों को TET पास करने के लिए 2 साल का समय मिलेगा। इस स्थिति में शिक्षक फिलहाल इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि सरकार ने इस मामले में कोर्ट में भी याचिका दायर की है.