UIDAI का नया आधार डेटा वॉल्ट: सुरक्षा में बढ़ोतरी
आधार डेटा वॉल्ट का परिचय
आधार डेटा वॉल्ट
डिजिटलीकरण के साथ लोगों की सुविधाएं बढ़ी हैं, लेकिन इसके साथ ही सुरक्षा के खतरे भी बढ़े हैं। हाल ही में, सरकार ने आधार उपयोग से संबंधित एक सुरक्षा अपडेट जारी किया है। चूंकि बैंक, फिनटेक कंपनियां और सरकारी संस्थाएं आधार जानकारी का उपयोग कर रही हैं, इसलिए व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक हो गई है। इसी कारण UIDAI ने सभी संस्थाओं को निर्देश दिया है कि वे आधार से संबंधित डेटा को एक सुरक्षित डिजिटल स्थान पर रखें, जिसे आधार डेटा वॉल्ट (ADV) कहा जाता है। आइए इस सुरक्षा अपडेट के बारे में विस्तार से जानते हैं।
ADV की विशेषताएँ
ADV क्या है?
आधार डेटा वॉल्ट एक सुरक्षित स्टोरेज प्रणाली है, जिसमें आधार संख्या या eKYC फाइलों जैसी जानकारी संग्रहीत की जाती है। इन फाइलों में नाम, जन्मतिथि, लिंग, पता, ईमेल और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी होती है। यह वॉल्ट एक ऐसी जगह की तरह कार्य करता है जहां पहुंच सीमित होती है, ताकि आधार नंबर विभिन्न डेटाबेस में न फैले। इसके बजाय, इन्हें एक ही स्थान पर एन्क्रिप्ट करके रखा जाता है, जिससे डेटा लीक या पहचान चोरी का खतरा कम होता है।
आधार डेटा वॉल्ट की आवश्यकता
आधार डेटा वॉल्ट किसे बनाना है?
आधार अधिनियम, 2016 के तहत, UIDAI ने निर्देश दिया है कि जो भी संस्था आधार का उपयोग पहचान की पुष्टि के लिए करती है, उसे ADV बनाना अनिवार्य है। कोई भी कंपनी या संस्था जो आपका आधार नंबर रखती है या ई-KYC के लिए इसका उपयोग करती है, उसे आपकी जानकारी की सुरक्षा के लिए ADV बनाना होगा।
UIDAI का उद्देश्य
UIDAI ने यह वॉल्ट क्यों शुरू किया?
इसका मुख्य उद्देश्य आधार जानकारी के दुरुपयोग को रोकना है। जितने कम सिस्टम असली आधार नंबर को रखते हैं, उतना ही डेटा चोरी का जोखिम कम होता है। इसके मुख्य लाभ हैं:
- आधार नंबर और उससे जुड़ी जानकारी एन्क्रिप्टेड रूप में सुरक्षित रहती है।
- सीमित और नियंत्रित पहुंच मिलती है, जिससे बिना अनुमति कोई डेटा तक नहीं पहुंच सकता।
- सभी संस्थाओं के लिए समान सुरक्षा नियम और चेकिंग सिस्टम लागू होता है।
UIDAI ने इस वॉल्ट को सुरक्षित रखने के लिए विशेष सुरक्षा नियम भी जारी किए हैं, जिनमें एक्सेस कंट्रोल, एन्क्रिप्शन की कुंजियां और नियमित जांच शामिल हैं।
यूजर्स के लिए लाभ
यूजर्स को क्या होगा फायदा?
आम लोगों के लिए ADV एक अतिरिक्त सुरक्षा परत प्रदान करता है। जब आप KYC के लिए अपना आधार देते हैं, तो आपकी जानकारी केवल एन्क्रिप्टेड रूप में रखी जाती है और बिना अनुमति कोई उसे न देख सकता है, न कॉपी कर सकता है। कुल मिलाकर, आधार डेटा वॉल्ट आधार से जुड़ी जानकारी को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित और जिम्मेदारी से इस्तेमाल करने की व्यवस्था बनाता है।