TCS में कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी, जानें क्या है योजना
TCS में छंटनी की प्रक्रिया
नई दिल्ली। Tata Consultancy Services (TCS), जो देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है, में कर्मचारियों की छंटनी की योजना बनाई जा रही है। यह टाटा ग्रुप की प्रमुख कंपनी है और वर्तमान में यह बदलाव के दौर से गुजर रही है। कंपनी अपने कर्मचारियों का पुनर्गठन कर रही है ताकि वह ग्राहकों की बदलती आवश्यकताओं और स्वचालन के साथ तालमेल बिठा सके।
जुलाई 2025 में यह जानकारी सामने आई थी कि TCS अगले वर्ष लगभग 12,000 कर्मचारियों, जो कि कुल कर्मचारियों का 2 प्रतिशत है, को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कंपनी उन कर्मचारियों को दो साल तक का सर्वेंस पैकेज देने का प्रस्ताव कर रही है, जिनकी कौशल अब कंपनी की आवश्यकताओं के अनुरूप नहीं हैं।
कौन-कौन प्रभावित हो सकते हैं?
कंपनी की मौजूदा मांगों से मेल न खाने वाले कर्मचारियों पर छंटनी की गाज गिरने वाली है। भविष्य में भी जिनकी कौशल आवश्यकताओं से मेल नहीं खाती, उन्हें भी प्रभावित किया जा सकता है। मिड-लेवल और सीनियर स्तर के कर्मचारी इस प्रक्रिया में सबसे अधिक प्रभावित होंगे।
किसे कितना पैसा मिलेगा?
प्रभावित कर्मचारियों को पहले 3 महीने का नोटिस पे दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें एक अतिरिक्त सर्वेंस पे मिलेगा, जो उनकी सेवा अवधि और स्थिति पर निर्भर करेगा। जिनकी सेवा अवधि 15 वर्ष से अधिक है, उन्हें सबसे बड़ा पैकेज मिलने की संभावना है। बेंच कर्मचारियों के लिए प्रस्तावित पैकेज केवल 3 महीने नोटिस पे तक सीमित हो सकता है।
स्किल ट्रेनिंग देने की भी तैयारी
छंटनी के अलावा, TCS कुछ कर्मचारियों को अर्ली रिटायरमेंट का विकल्प भी देने की योजना बना रहा है। उन्हें नई नौकरी खोजने या कौशल बदलने में मदद की जाएगी, जिसे Outplacement Services कहा जाता है। ‘TCS Cares’ प्रोग्राम के तहत उन्हें मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों की सुविधा भी दी जाएगी।
TCS के सीईओ K Krithivasan ने पहले ही इस पुनर्गठन को ‘कठिन निर्णयों में से एक’ बताया था। यदि इस विषय पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आती है, तो समाचार को अपडेट किया जाएगा।