राहुल गांधी ने बिहार में वोट चोरी के आरोप लगाए
बिहार में वोट चोरी के सबूतों का दावा
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को यह आरोप लगाया कि बिहार से ऐसी सूचनाएं आ रही हैं जो ‘वोट चोरी’ के ठोस प्रमाण प्रस्तुत करती हैं। उन्होंने कहा कि इस ‘‘लोकतंत्र की हत्या’’ के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) और दो अन्य निर्वाचन आयुक्त जिम्मेदार हैं, जो ‘‘संविधान के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात’’ कर रहे हैं।
गांधी ने यह भी कहा कि कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता, जो अन्य राज्यों के चुनावों में मतदान कर चुके हैं, बिहार में भी वोट डाल रहे हैं। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘मेरे युवा साथियों, मैंने हाल ही में सबूतों के साथ दिखाया कि कैसे हरियाणा में वोट चोरी के माध्यम से सरकार बनाई गई, और एक पूरे राज्य का जनमत छीन लिया गया।’’
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने आगे कहा, ‘‘कुछ समय पहले मैंने बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का आयोजन किया था, ताकि लोगों को एसआईआर के माध्यम से मतदाता सूची में हो रही हेराफेरी के बारे में जागरूक किया जा सके। आज, बिहार के विभिन्न हिस्सों से आ रही खबरें और वीडियो वोट चोरी के सबूतों को और मजबूत कर रहे हैं।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि पहले ही लाखों मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं, और अब मतदान केंद्रों पर भी लोगों को वोट डालने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता, जिन्होंने दूसरे राज्यों के चुनावों में वोट डाला था, अब बिहार में भी वोट दे रहे हैं। याद रखें, जो सरकार वोट चोरी से बनती है, वह कभी भी युवाओं, ‘जेन जेड’ और आम लोगों के हित में काम नहीं करती।’’
गांधी ने यह भी कहा, ‘‘आपके लोकतंत्र की इस हत्या के मुख्य जिम्मेदार हैं: ज्ञानेश कुमार, सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी। ये निर्वाचन आयोग के शीर्ष अधिकारी हैं, लेकिन वे संविधान और लोकतंत्र के साथ सबसे बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं। जिन्हें मताधिकार का पहरेदार बनाया गया था, वही आपके भविष्य की चोरी में साझेदार बन गए हैं।